Jammu & Kashmir

अभाविप जम्मू-कश्मीर ने जम्मू विश्वविद्यालय की सख्त पात्रता नीति पर उठाई आवाज, छात्रों के हित में की छूट की मांग

जम्मू, 14 जून (Udaipur Kiran) । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) जम्मू-कश्मीर इकाई ने जम्मू विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेजों में पांचवें सेमेस्टर में प्रवेश हेतु लागू सख्त पात्रता मानदंडों को लेकर चिंता जाहिर की है। परिषद का कहना है कि यह कठोर नियम छात्रों की शैक्षणिक प्रगति में बाधा बन रहे हैं और व्यापक रूप से शिक्षा की समावेशी भावना के विरुद्ध हैं।

अभाविप जम्मू-कश्मीर के प्रदेश सचिव सन्नक श्रीवत्स ने इस विषय पर बयान जारी करते हुए कहा, हम छात्रों के साथ खड़े हैं। शिक्षा सभी के लिए सुलभ और समावेशी होनी चाहिए। वर्तमान में कई छात्र प्राइवेट परीक्षाओं के परिणामों की प्रतीक्षा कर रहे हैं या पूर्व सेमेस्टर में री-अपीयर दे रहे हैं। ऐसे में उन्हें पांचवें सेमेस्टर में प्रवेश से वंचित करना अन्यायपूर्ण है।

परिषद ने विश्वविद्यालय प्रशासन से पात्रता मानदंड में राहत देते हुए न्यूनतम 50 प्रतिशत क्रेडिट अर्जित करने वाले छात्रों को 5वें सेमेस्टर में प्रवेश की अनुमति देने की मांग की है। परिषद का तर्क है कि कठोर नियमों के चलते कई छात्र न केवल अपनी पढ़ाई से वंचित हो जाएंगे, बल्कि उनका शैक्षणिक भविष्य भी संकट में पड़ सकता है। अभाविप ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि मांगें पूरी नहीं की गईं तो वह छात्रों के अधिकारों की रक्षा हेतु आंदोलन शुरू करने से पीछे नहीं हटेगी। परिषद ने सभी छात्रों को आश्वासन दिया है कि वे इस संघर्ष में अकेले नहीं हैं। अभाविप उनके साथ खड़ी है और उनके भविष्य की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।

यह मुद्दा ऐसे समय में उठाया गया है जब हजारों छात्र विश्वविद्यालय के सख्त नियमों के कारण पांचवें सेमेस्टर में प्रवेश नहीं ले पा रहे हैं जिससे पूरे क्षेत्र में शैक्षणिक असंतोष की स्थिति बनी हुई है।

(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा

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