
नई दिल्ली, 15 सितंबर (Udaipur Kiran) । दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ (डूसू) चुनावों के मद्देनजर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) का प्रचार अभियान सोमवार को भी जोर-शोर से जारी रहा। अभाविप के केंद्रीय पैनल के प्रत्याशियों ने नॉर्थ कैंपस, साउथ कैंपस और ऑफ-कैंपस के कई कॉलेजों का दौरा कर छात्रों से मुलाकात की।
अभाविप के अध्यक्ष पद प्रत्याशी आर्यन मान, उपाध्यक्ष पद प्रत्याशी गोविंद तंवर, सचिव पद प्रत्याशी कुणाल चौधरी और संयुक्त सचिव पद प्रत्याशी दीपिका झा ने आयुर्वेदिक यूनानी तिब्बिया कॉलेज, श्री अरबिंदो कॉलेज, श्री गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज, सत्यवती कॉलेज, अदिति महाविद्यालय, दयाल सिंह कॉलेज, रामानुजन कॉलेज, आर्यभट्ट कॉलेज, श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेज, श्यामलाल कॉलेज, विवेकानंद कॉलेज, श्री वेंकटेश्वर कॉलेज, जाकिर हुसैन कॉलेज सहित विश्वविद्यालय से संबद्ध अन्य कॉलेजों में प्रचार किया।
इस दौरान प्रत्याशियों ने छात्रों के साथ कॉलेजों में आ रही समस्याओं पर विस्तृत चर्चा की और अपना घोषणापत्र साझा किया।
अभाविप के अध्यक्ष पद प्रत्याशी आर्यन मान ने कहा कि वे पूर्व में अभाविप-नीत डूसू पदाधिकारियों के कार्यों को छात्रों के बीच ले जा रहे हैं। उन्होंने यू-स्पेशल बस की शुरुआत और कॉलेजों में आईसीसी के सुचारू संचालन जैसे मुद्दों का जिक्र किया, जिन पर छात्र अभाविप के साथ खड़े हैं।
मान ने आगामी चुनाव में जीत का दावा करते हुए कहा कि छात्रों की समस्याओं का समाधान उनकी प्राथमिकता रहेगा।
उपाध्यक्ष पद के प्रत्याशी गोविंद तंवर ने कहा कि अभाविप एकमात्र ऐसा संगठन है जो वर्ष भर छात्रहितों की बात करता है, जो इसे अन्य संगठनों से अलग बनाता है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष अभाविप विश्वविद्यालय हेल्थ कार्ड, ओपन जिम, सब्सिडाइज्ड स्वास्थ्य बीमा और जॉब मेला जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर काम करेगी।
सचिव पद के प्रत्याशी कुणाल चौधरी ने कहा कि अभाविप ने हाल ही में उत्तर परिषद के कला संकाय पर अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन कर अपनी मांगें मनवाईं। उन्होंने प्लेसमेंट, 10 हजार से अधिक इंटर्नशिप, मुफ्त एआई टूल्स सर्टिफिकेशन प्रोग्राम और चतुर्थ वर्ष के छात्रों के लिए रिसर्च पेपर लेखन में सुविधा जैसे मुद्दों पर कार्य करने का वादा किया।
संयुक्त सचिव पद की प्रत्याशी दीपिका झा ने कहा कि वे सभी महाविद्यालयों में महिला छात्रावास की व्यवस्था, पैड वेंडिंग मशीन की उपलब्धता, स्थायी रूप से महिला स्त्री-विशेषज्ञ की तैनाती, सभी छात्राओं के लिए एनसीसी की उपलब्धता, ट्रांसजेंडर छात्रवृत्ति, गर्ल्स कॉमन रूम की उचित व्यवस्था और सभी कॉलेजों के बाहर पिंक बूथ की स्थापना जैसे कार्य सुनिश्चित करेंगी।
उल्लेखनीय है कि डूसू चुनाव 18 सितंबर को आयोजित होंगे, जबकि परिणाम 19 सितंबर को घोषित किए जाएंगे।
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(Udaipur Kiran) / माधवी त्रिपाठी
