Delhi

मां-बेटी की हत्या के मामले में फरार आरोपित गिरफ्तार

पुलिस का लाेगाे

नई दिल्ली, 21 नवंबर (Udaipur Kiran) । दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दो दशक पुराने दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए दो फरार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। यह वही मामला है जिसमें सरिता विहार इलाके में 2002 में एक मां और उसकी दो वर्षीय बेटी की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। एक आरोपित 23 साल से पुलिस की पकड़ से बाहर था। जबकि दूसरा आरोपित पैरोल पर बाहर आने के बाद 18 वर्षों से फरार चल रहा था। पकड़े गए आरोपितों की पहचान बिहार निवासी अमलेश कुमार (45) और सुशील कुमार (43) के रूप में हुई है।

क्राइम ब्रांच के पुलिस उपायुक्त पंकज कुमार ने शुक्रवार को बताया कि क्राइम ब्रांच की टीम ने अमलेश कुमार को गुजरात के जामनगर से गिरफ्तार किया। बिहार का रहने वाला यह आरोपित 23 वर्षों से फरार था और अदालत द्वारा भगोड़ा घोषित किया गया था।

वहीं इस मामले में गिरफ्तार सुशील कुमार जिसे ट्रायल कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई थी और हाई कोर्ट ने इसे आजीवन कारावास में बदल दिया था। यह पैरोल पर बाहर आने के बाद 2007 से फरार था। वह बिहार-नेपाल बॉर्डर पर फर्जी पहचान के साथ रह रहा था। क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे लालगढ़ गांव से गिरफ्तार किया।

पुलिस उपायुक्त के अनुसार 28 जनवरी 2002 को मदनपुर खादर में रहने वाले अनिल कुमार ने घर पहुंचने पर दरवाजा खुला पाया। भीतर पहुंचकर उन्होंने रसोई बाहर से बंद पाया। दरवाजा खोला तो पत्नी अनीता (22) और बेटी मेघा (2) खून से लथपथ मृत पड़ी मिलीं। पीड़ितों के शरीर पर कई धारदार हथियार के घाव मिले थे। जांच में पता चला कि व्यवसाय में प्रतिस्पर्धा के कारण आरोपित सुशील ने अपने साथी अमलेश के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था।

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(Udaipur Kiran) / कुमार अश्वनी