Haryana

काले पीलिया से सहमा हरियाणा, करीब चालीस हजार मरीज आ चुके है सामने

पीजीआई में अब तक 26 हजार हेपेटाइटिस सी व 12 हजार हेपेटाइटिस बी के मरीज करा चुके है पंजीकृत

पांच सौ गर्भवती महिलाओं को भी काले पीलिया के किया गया ईलाज, रोजाना पीलिया के 70-80 मरीजों को ईलाज

रोहतक, 27 जुलाई (Udaipur Kiran) । प्रदेश में काले पीलिया के बढ़ते मरीजों की संख्या ने चिकित्सों को चिंता में डाल दिया है। पीजीआई में अब तक करीब 26 हजार हेपेटाइटिस सी व 12 हजार हेपेटाइटिस बी के मरीज पंजीकृत करा चुके है और उनका ईलाज जारी है।

प्रतिदिन मरीजों की संख्या की बात करे तो यह आंकड़ा 70 से 80 के बीच है, जोकि चौंकाने वाला है। हालांकि पीजीआई में पिछले 12 सालों से काले पीलिया को लेकर गस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभागाध्यक्ष के नेतृत्व में बीस सदस्यीय टीम काम कर रही है और काफी सफलता भी मिली है और इन चालीस हजार मरीज अब सामान्य जीवन जी रहे है। बड़ी बात तो यह भी सामने आई कि करीब पांच सौ से अधिक गर्भवती महिलाएं भी काले पीलिया से पीड़ित पाई गई हैं, जिनका समय पर ईलाज किया गया।

प्रत्येक वर्ष 28 जुलाई को पीलिया व काला पीलिया की जागृति फैलाने के लिए विश्व हेपेटाइटिस डे मनाया जाता है और इस वर्ष की थीम है लेट्स ब्रेक इट डाउन अर्थात पीलिया व काले पीलिया को जड से मिटाना।

पीजीआई के गस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. प्रवीण मल्होत्रा एवं इंचार्ज नोडल ट्रीटमेंट सेंटर पीजीआईएमएस रोहतक ने बताया कि पिछले 12 वर्षों से उनके विभाग में पीलिया व काला पीलिया का इलाज निशुल्क, प्रतिदिन, बगैर किसी वेटिंग के तहत सारे टेस्ट एंडोस्कोपी, कोलोनोस्कोपी, फाइब्रोस्कैन तथा दवाइयां निशुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं और इसके लिए बीस सदस्यीय टीम दिन रात काम कर रही है। इन्हीं प्रयासों का नतीजा है कि अब तक 26 हजार हेपेटाइटिस सी एवं 12 हजार हेपेटाइटिस बी के मरीज उनके विभाग में पंजीकृत हो चुके हैं और इलाज के उपरांत सामान्य जीवन व्यतीत कर रहे हैं। पीजीआईएमएस का गस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग ,देश के उन चुनिंदा संस्थानों में है जहां प्रतिदिन काले पीलिया के 70-80 मरीजों का इलाज किया जाता है और उन्होंने हजारों मरीजों अध्ययन से कई महत्वपूर्ण रिसर्च को भी अंजाम दिया गया है। पीजीआईएमएस काले पीलिया का नोडल ट्रीटमेंट सेंटर है। डॉ प्रवीण मलहोत्रा ने कहा कि स्त्री रोग विभाग की प्रो. डॉ. वाणी मल्होत्रा एवं नोडल अधिकारी द्वारा 500 काले पीलिया के गर्भवती महिलाओं मे जरूरत अनुसार इलाज तथा हर नवजात को हेपेटाइटिस बी की इम्युनोग्लोबिन तथा हेपेटाइटिस बी वैक्सीन के लगाने से नवजात को हेपेटाइटिस बी से पूर्ण सुरक्षित करने में सफलता प्राप्त की।

8 हजार हेल्थकेयर वर्कर्स को हेपेटाइटिस बी की निशुल्क तीन खुराक

कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के प्रो. डॉ. वरूण अरोड़ा ने बताया कि पीजीआई ने लगभग 8 हजार हेल्थकेयर वर्कर्स को हेपेटाइटिस बी की नि शुल्क तीन खुराक लगाई जा रही हैं और इसके लिए 24 हजार खुराक पीजीआईएमएस को मिल चुकी हैं और प्रतिमाह 70-80 काले पीलिया के मरीजों को चिन्हित कर निशुलक् इलाज किया जाता है जो रक्तदान के लिए आते हैं। ऐसे ही 25-30 मरीज प्रतिमाह डायलिसिस के दौरान काले पीलिया की बीमारी से ग्रसित पाए जाते हैं और इलाज के लिए पंजीकृत किये जाते हैं। काले पीलिया मरीजो के परिवार में 13 प्रतिशत सदस्यों में काला पीलिया पाया गया है और उनको इलाज के लिए पंजीकृत किया गया और बाकी सदस्यों जिनमें काला पीलिया नहीं है उन्हें हेपेटाइटिस बी से बचाव के लिए वैक्सीन दी गई है।

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(Udaipur Kiran) / अनिल

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