
सिरसा, 19 जून (Udaipur Kiran) । पूर्वोत्तर राज्यों से आकर शिक्षण संस्कार ग्रहण कर रहे बाल गोपालों का दल गुरुवार को सिरसा स्थित आश्रम में पहुंचा। आश्रम में दल ने अपनी भावपूर्ण प्रस्तुतियों से पूर्वोत्तर की संस्कृति का परिचय करवाया और हरियाणवी संस्कृित से रूबरू हुए।
इस मौके पर सीडीएलयू के कुलपति प्रो. विजय कुमार व कार्यक्रम अध्यक्ष देशकमल बिश्राई ने कल्याण आश्रम द्वारा किए जा रहे राष्ट्र त्याग के कार्यों की प्रशंसा की एवं समाज के समर्थ लोगों से आह्वान किया कि कल्याण आश्रम द्वारा राष्ट्र निर्माण के लिए किए जा रहे कल्याणकारी कार्यों में संस्था को बढ़चढ़ कर आर्थिक सहयोग करें। आश्रम के संरक्षक ओपी बिश्नोई ने बताया कि इस दौरान नागरिकों ने वनवासी कल्याण आश्रम के बारे में विस्तृत रूप से जाना व पूर्वोत्तर के छात्रों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद लिया।
इस अवसर पर वनवासी कल्याण आश्रम के अध्यक्ष प्रमोद कुमार जैन ने कल्याण आश्रम की 1952 से आरंभ हुई यात्रा से 12 करोड़ वनवासी बंधुओं के सर्वांगीण विकास के लिए किए जा रहे कार्यों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया। वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा संचालित शिक्षा, चिकित्सा, कृषि विकास, आर्थिक विकास, श्रद्धा जागरण, खेलकूद जैसे 22000 सेवा प्रकल्पों द्वारा 2 करोड़ वनवासी बंधुओं को लाभान्वित किया जा रहा है।
28 अप्रैल को कल्याण आश्रम के कार्यकर्ता चेतराम पंवार (अध्यक्ष महाराष्ट्र प्रांत) को वन क्षेत्र के विस्तार व संरक्षण के लिए पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इसी कड़ी में हरियाणा जैसे गैर वनवासी क्षेत्र में भिवानी एवं फरीदाबाद में पूर्वोत्तर राज्यों के छात्रों की शिक्षा हेतु दो छात्रावासों का संचालन समाज के सहयोग से हो रहा है। इसके अतिरिक्त झारखंड, केरल व उड़ीसा राज्यों में चलने वाले विभिन्न सेवा प्रकल्पों के लिए आर्थिक सहयोग हरियाणा के दानी सज्जनों द्वारा किए गए आर्थिक सहयोग से पूर्ण होता है।
(Udaipur Kiran) / Dinesh Chand Sharma
