-विशेषकर ग्राम पंचायत सदस्यों के 3749 पदों के लिये मात्र 1631 प्रत्याशी ही लड़ रहे हैं चुनाव
-प्रति पद औसतन 3 से 5 प्रत्याशी ही हैं चुनाव मैदान में
नैनीताल, 10 जुलाई (Udaipur Kiran) । राज्य में चल रहे पंचायत चुनाव के बीच नैनीताल जनपद में नामांकन पत्रों की जांच के बाद समग्र तौर पर पंचायत चुनाव में पदो के सापेक्ष चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के आंकड़े चौंकाने वाले सामने आये हैं। 4514 पदों के लिये पद संख्या से भी कम मात्र 4160 प्रत्याशी ही मैदान में हैं। यह आंकड़े इतने चौंकाने वाले विशेषकर ग्राम पंचायत सदस्यों के कारण हैं, जिनके 3749 पदों के लिये 1915 प्रत्याशियों ने नामांकन कराये थे। इनमें से 285 नामांकन जांच के बाद निरस्त कर दिये गये हैं। इस प्रकार मात्र 1631 प्रत्याशी ही चुनाव लड़ रहे हैं।
वैसे अलग-अलग बात करें तो ग्राम पंचायत प्रधान यानी ग्राम प्रधान के पदों की बात करें तो कुल 475 पदों के लिये कुल 1501 लोगों ने नामांकन किये। इनमें से 16 के नामांकन निरस्त हुए हैं और 1485 यानी एक पद के साथ औसतन 3 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इसी तरह क्षेत्र पंचायत सदस्य के 263 पदों के लिये 926 लोगों ने नामांकन किये। इनमें से 22 के नामांकन निरस्त हुए। फलस्वरूप 904 यानी प्रति पद लगभग साढ़े तीन प्रत्याशी मैदान में हैं, जबकि जिला पंचायत सदस्य के 27 पदों के लिये कुल 141 सदस्यों ने नामांकन किये हैं। इनमें से मात्र एक नामांकन निरस्त हुआ और इस तरह 140 यानी औसतन प्रति पद 5 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।
प्रश्न उठ सकता है कि पंचायत चुनाव जिन्हें राजनीति की सबसे मूल पाठशाला माना जाता है, क्या उससे आम जन का मोहभंग हो रहा है। क्यों राजनीति में गिने-चुने लोग ही सीधे तौर पर आगे आ रहे हैं। ऐसी स्थिति क्यों नहीं आ रही है कि राजनीति पर कड़ी व बड़ी चर्चा करने वाले आम लोग क्यों सीधे तौर पर चुनाव में शामिल नहीं हो रहे हैं। क्या वह जवाबदेही लेने से बच रहे हैं या कि राजनीति में, जैसे कि आरोप अक्सर लगते हैं, धनबल-बाहुबल जैसे कारणों से सीधे उतरने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। क्योंकि उम्मीद की जानी चाहिए कि इस राजनीतिक पाठशाला से जितने अधिक लोग निकलेंगे, उतने ही अधिक लोग इनमें से आगे बढ़ते हुए प्रदेश की विधानसभा और देश की संसद तक पहुंचने की राह पर होंगे।
(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी
