जम्मू, 17 जून (Udaipur Kiran) । जम्मू और कश्मीर में भाजपा ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील प्रजापति ने मोदी सरकार के ऐतिहासिक फैसले का जोरदार स्वागत किया है जिसमें देश भर में जाति जनगणना कराने का फैसला लिया गया है। जो कि आजादी के बाद पहली बार हुआ है। उन्होंने इसे एक अधिक न्यायपूर्ण और समतामूलक भारत के निर्माण की दिशा में एक साहसिक, समावेशी और परिवर्तनकारी कदम बताया है।
प्रजापति ने कहा कि यह पहल देश की वास्तविक सामाजिक संरचना को उजागर करेगी जिससे ओबीसी, अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी), आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) और सामान्य श्रेणी के वंचित समूहों सहित सभी समुदायों के लिए सटीक, डेटा-संचालित नीतियां बनाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने जम्मू और कश्मीर में दशकों से चल रहे हेरफेर और अन्याय के लिए कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस की कड़ी आलोचना करते हुए कहा इन पार्टियों ने लगातार समाज के बड़े वर्गों, खासकर ओबीसी को संवैधानिक अधिकारों से वंचित किया और राजनीतिक लाभ के लिए उनके उचित हिस्से को अन्य समूहों को दे दिया।
प्रजापति ने इस बात पर प्रकाश डाला कि यह केवल माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में ही था कि अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद दिसंबर 2023 में जम्मू और कश्मीर को आधिकारिक तौर पर ओबीसी का दर्जा दिया गया था। एक ऐतिहासिक कदम जिसे पिछली किसी सरकार ने उठाने की हिम्मत नहीं की।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जाति जनगणना आरक्षण नीतियों में सुधार, कल्याण वितरण में सुधार और परिसीमन प्रक्रिया के माध्यम से निष्पक्ष राजनीतिक प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने की नींव के रूप में काम करेगी।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
