Uttar Pradesh

बुद्धिज़्म एक्सपो में हुआ भगवान बुद्ध से जुड़ी समृद्ध विरासत का भव्य प्रदर्शन

जयवीर सिंह

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा, वैश्विक पर्यटकों के लिए खुले हैं यूपी के द्वार

लखनऊ, 11 अगस्त (Udaipur Kiran) । दक्षिण कोरिया के सांस्कृतिक नगर बुसान के बेक्सको में आयोजित बुसान इंटरनेशनल बुद्धिज़्म एक्सपो 2025 में उत्तर प्रदेश पर्यटन पवेलियन ने भगवान बुद्ध से जुड़ी समृद्ध विरासत का भव्य प्रदर्शन किया। शांति, संस्कृति और ज्ञान की यात्रा का आमंत्रण देता यह मंडप ‘बुद्धा राइस’ सहित अन्य आकर्षण का केंद्र रहा। इस आयोजन ने बौद्ध शिक्षाओं, कला, संस्कृति और वैश्विक संवाद का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया।यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी।

बुसान में आयोजित एक्सपो में उत्तर प्रदेश पर्यटन पवेलियन का शुभारंभ भारतीय दूतावास की प्रथम सचिव एवं हेड ऑफ चांसरी अनन्या अग्रवाल (आईएफएस-2013) और उत्तर प्रदेश पर्यटन प्रतिनिधि ने संयुक्त रूप से किया। इस दौरान कोरियाई बौद्ध धर्म के सबसे सम्मानित भिक्षुओं में से एक सुबुल सुनीम की गरिमामय उपस्थिति रही। उन्होंने सारनाथ, कुशीनगर, कपिलवस्तु (पिपरहवा), संकिसा और श्रावस्ती जैसे प्रतिष्ठित बौद्ध स्थलों के संरक्षण और उन्नयन के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयासों की सराहना की। साथ ही, भारत आकर इन स्थलों की तीर्थ यात्रा का निमंत्रण स्वीकार किया।

उत्तर प्रदेश के बौद्ध स्थलों और उसके आसपास बुनियादी ढांचे के विकास और पर्यटक सुविधाओं को विकसित किए जाने के प्रयासों को भी प्रस्तुत किया गया। बौद्ध स्थलों तक बेहतर कनेक्टिविटी से लेकर तीर्थस्थलों पर आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने तक की जानकारी दी गई। उप्र0 पर्यटन विभाग के इन प्रयासों को कोरियाई भिक्षु समुदाय और सांस्कृतिक प्रतिनिधियों ने सराहा। उन्होंने तीर्थयात्रियों के बड़े समूह को उत्तर प्रदेश भेजने की इच्छा भी व्यक्त की।

उत्तर प्रदेश पर्यटन प्रतिनिधिमंडल ने जोग्ये ऑर्डर के ले बौद्ध एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग वोनजू से एक महत्वपूर्ण मुलाकात की। बैठक में भारत यात्रा को प्रोत्साहित करने में जोग्ये ऑर्डर की संभावित भूमिका पर विस्तार से चर्चा हुई। वार्ता के दौरान अयोध्या का विशेष उल्लेख किया गया, जहां आने में कोरियाई आगंतुकों ने गहरी रुचि दिखाई। माना जाता है कि कोरिया की महारानी हियो ह्वांग-ओक का जन्म अयोध्या में हुआ था, जिससे यह स्थान कोरियाई पर्यटकों के लिए विशेष ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है।

एक्सपो में हुई वार्ताओं के परिणाम स्वरूप अक्टूबर 2025 से फरवरी 2026 के बीच उत्तर प्रदेश के बौद्ध सर्किट में 1,000 से अधिक कोरियाई पर्यटकों के आने की संभावना है। इसमें 22 से 27 जनवरी 2026 के बीच लगभग 500 तीर्थयात्रियों का एक बड़ा दल पहुंचेगा, जबकि अन्य समूह विभिन्न तिथियों पर आएंगे।

प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने बताया कि बुसान इंटरनेशनल बुद्धिज़्म एक्सपो ने उत्तर प्रदेश को वैश्विक बौद्ध आध्यात्मिक केंद्र के रूप में और सशक्त किया है। यहां स्थापित संबंध अधिक से अधिक अंतरराष्ट्रीय आगंतुकों को आकर्षित करेंगे।

(Udaipur Kiran) / बृजनंदन

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