
प्रयागराज, 07 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । इलाहाबाद विश्वविद्यालय के राजभाषा अनुभाग की ओर से 9 से 13 अक्टूबर तक पांच दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। जन्मशती स्मरण के तहत डॉ.जगदीश गुप्त, डॉ.रघुवंश, अमरकांत, कृष्णा सोबती, श्रीलाल शुक्ल और मोहन राकेश पर केंद्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन समारोह गुरुवार को तीन बजे से तिलक भवन में होगा। उद्घाटनकर्ता एवं मुख्य अतिथि कुलपति प्रो.संगीता श्रीवास्तव होंगी और अध्यक्षीय वक्तव्य प्रो.आशीष खरे का होगा।
यह जानकारी इविवि की पीआरओ प्रो. जया कपूर ने देते हुए बताया कि इस अवसर कुलपति पुस्तक प्रदर्शनी का उद्घाटन, प्रयाग-पथ पत्रिका के मोहन राकेश अंक तथा जगदीश गुप्त के काव्य संग्रह का लोकार्पण करेंगी। उद्घाटन समारोह के बाद बरगद कलामंच की ओर से अमरकांत की कहानी डिप्टी कलेक्टरी का नाट्य मंचन भी होगा।
प्रो. कपूर ने बताया कि 10 अक्टूबर को नई कविता के प्रमुख हस्ताक्षर डॉ. जगदीश गुप्त और प्रसिद्ध कथाकार अमरकांत पर संगोष्ठी होगी। तीसरे दिन यानि 11 अक्टूबर को कथाकार कृष्णा सोबती और वरिष्ठ आलोचक डॉ. रघुवंश, 12 अक्टूबर को चर्चित साहित्यकार श्रीलाल शुक्ल और अंतिम दिन 13 अक्टूबर को मोहन राकेश पर केंद्रित संगोष्ठी होगी। समापन सत्र में बरगद कलामंच की ओर से प्रेमचंद की कहानी अलग्योझा का नाट्यमंचन होगा।संगोष्ठी में प्रमुख रूप से वरिष्ठ आलोचक विजय बहादुर सिंह, एनएसडी के पूर्व निदेशक देवेंद्र राज अंकुर, कथाकार अखिलेश, पंकज मित्र, आलोचक रविभूषण, बजरंग बिहारी तिवारी, प्रो.रामचंद्र, विनोद तिवारी, नीरज खरे, श्रीप्रकाश शुक्ल, ओंकार नाथ द्विवेदी, प्रभाकर सिंह,विंध्याचल यादव, महेंद्र प्रसाद कुशवाहा सहित अन्य विद्वान सम्मिलित होंगे।संगोष्ठी के संयोजक प्रो. कुमार वीरेन्द्र ने बताया कि संगोष्ठी के दौरान दिए गए वक्तव्य और पढ़े गए शोध पत्रों को संकलित कर पुस्तकाकार प्रकाशित किया जाएगा तथा ’संकल्पना’ पत्रिका का जन्मशती अंक निकलेगा। प्रो. वीरेन्द्र ने बताया कि संगोष्ठी के सह संयोजक प्रो.आशुतोष पार्थेश्वर और आयोजन सचिव हिंदी अधिकारी प्रवीण श्रीवास्तव, हिंदी अनुवादक हरिओम सहित राजभाषा कार्यान्वयन समिति के सभी सदस्य आयोजन की सफलता के लिए तैयारियों में जुटे हुए हैं।
(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र
