Jharkhand

श्रावणी मेले में क्यूआर कोड स्कैन कर शिकायत करने पर होगा त्वारित समाधान : उपायुक्त‍

जिला प्रशासन की ओर से जारी किया गया बार कोड

देवघर, 9 जुलाई (Udaipur Kiran) । देवधर के ऐतिहासिक श्रावणी मेले में जिला प्रशासन ने इस बार एआई चैटबोट के जरिए श्रद्धालु मेला क्षेत्र से जुड़ी विभिन्न जरूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं। श्रद्धालू मेले के मार्ग का मानचित्र, यातायात सहायता, आपातकालीन सेवा, ऑपरेटर से सम्पर्क, दिशा निर्देश, ठहरने की सुविधा, लाइव अपडेट्स और खोया एवं पाया से संबंधित सुविधा पाने के लिए क्यू आर कोड को स्कैन कर शिकायत करने पर उनकी समस्यायओं का त्वसरित गति से समाधान होगा।

इस संबंध में बुधवार को उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देश पर राजकीय श्रावणी मेला के अवसर पर श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा और उनकी आवश्यकता पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित किया गया है। ताकि श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ की नगरी से एक अच्छी अनुभूति लेकर जा सकें। साथ ही मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुविधा के अनुरूप विभिन्न नई तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है।

प्रशासन के विशेष सेल में समस्‍याओं का समाधान

उन्होंने बताया कि श्रावणी मेले में कोई श्रद्धालू असुविधा या कमी दिखने पर क्यू आर कोड को स्कैन कर तस्वीर के साथ समस्या को साझा कर सकते हैं। इसके बाद 15 मिनट में समस्या का समाधान किया जाएगा। साथ ही समस्या की मॉनिटरिंग के लिए कंट्रोल रूम में एक विशेष सेल बनाया गया है, ताकि मॉनीटर पर समस्या दिखते ही उस पर तत्काल कार्य करते हुए समस्या का समाधान किया जा सके।

उन्होंने बताया कि मेला में शौचालय, पानी, होल्डिंग प्वाइंट, प्रशासनिक शिविर और स्वास्थ्य शिविर में सुविधा नहीं मिल रही है। साफ-सफाई नहीं है या आप सुविधा से असंतुष्ट हैं अथवा कोई सुधार चाहते हैं या कांवरिया रूटलाइन या होल्डिंग प्वाइंट पर परेशानी है तो तत्काल उस जगह लगे क्यूआर कोड को स्कैन कर तस्वीर के साथ समस्या को साझा कर सकते हैं।

इस सुविधा के लिए बारकोड स्कैन करते ही गूगल पेपर खुलेगा। उसमें शिकायत करने का ऑप्शन आएगा। शिकायत भरने के बाद जरूरत हो तो तस्वीर भी साझा कर दें। की गई शिकायत और अपलोड किया गया फोटो कंट्रोल रूम के सिस्टम में डाउनलोड होते ही उस पर संबंधित विभाग को टैग कर उसके समाधान का निर्देश दे दिया जाएगा। इसके बाद मेला में प्रतिनियुक्त टीम वहां पहुंच जाएगी। सिस्टम को इस तरह विकसित किया गया है कि 15 मिनट में समस्या का समाधान हो जाना है, ताकि मेला में आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े।

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(Udaipur Kiran) / Vinod Pathak

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