
भोपाल, 29 नवंबर (Udaipur Kiran) । भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा प्रतिवर्ष देश के सभी थानों का मूल्यांकन कर, दस सर्वश्रेष्ठ थानों का चयन किया जाता है। इसी तारतम्य में सत्र 2024-25 में थाना मल्हारगढ़, जिला मंदसौर को देश के 10 सर्वश्रेष्ठ थानों में चयनित किया गया है। अपराधों की रोकथाम, कानून-व्यवस्था की स्थिति, पुराने मामलों के निपटारे, सामुदायिक पुलिसिंग, अपराधों की दोषसिद्धि और मैदानी सर्वे के आधार पर किए गए मूल्यांकन के बाद थाना मल्हारगढ़, जिला मंदसौर को देशभर के थानों में से नौवां स्थान प्राप्त हुआ है।
इसकी घोषणा पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो (बीपीआरडी) द्वारा अखिल भारतीय पुलिस महानिदेशक/पुलिस महानिरीक्षक सम्मेलन, रायपुर, छत्तीसगढ़ में की गई। उक्त सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे मध्य प्रदेश के डीजीपी कैलाश मकवाणा ने शनिवार को यह जानकारी दी।
डीजीपी मकवाणा ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए मंदसौर जिले के पुलिस अधीक्षक एवं समस्त स्टाफ को बधाई दी। उन्होंने मध्य प्रदेश के अन्य थानों को भी उत्कृष्ट बनाने के लिए पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं।
वार्षिक अभिलेख और मैदानी सर्वेक्षण के आधार पर होता है मूल्यांकन :गृह मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रतिवर्ष आपराधिक आंकड़ों और महिलाओं, कमजोर वर्ग, संपत्ति संबंधी अपराध तथा गुमशुदा व अज्ञात शवों की पहचान के प्रयासों के निराकरण के आधार पर देश के सर्वश्रेष्ठ थानों का चयन किया जाता है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने थानों की रैंकिंग के लिये विभिन्न 70 पैमाने तय किए थे। मूल्यांकन के बाद मध्य प्रदेश से थाना मल्हारगढ़, जिला मंदसौर का चयन किया गया। राष्ट्रीय स्तर पर थाना मल्हारगढ़, जिला मंदसौर ने देश के सभी थानों में 9वां स्थान प्राप्त किया।
चयनित किए गए सभी थानों का मूल्यांकन उनके वार्षिक अभिलेख एवं मैदानी सर्वेक्षण के आधार पर किया जाता है। जिसमें अपराधों की रोकथाम, कानून-व्यवस्था की स्थिति, पुराने मामलों के निपटारे, सामुदायिक पुलिसिंग, अपराधों की दोषसिद्धि, थाना भवन, साफ-सफाई, नागरिकों के लिए उपलब्ध सुविधा एवं गृह मंत्रालय द्वारा चयनित स्वतंत्र टीम द्वारा थाना क्षेत्र के लोगों, व्यापारियों, शिकायकर्ताओं से पूछताछ कर मूल्यांकन किया जाता है। इन सभी मापदंडों पर मूल्यांकन के बाद मल्हारगढ़, जिला मंदसौर को 9वां स्थान प्राप्त हुआ।
डीजीपी मकवाणा ने रायपुर में दिया प्रेजेंटेशनरायपुर में शनिवार को अखिल भारतीय पुलिस महानिदेशक/पुलिस महानिरीक्षक सम्मेलन के दूसरे दिन प्रातः से ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल हुए। उस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी उपस्थित थे। पिछले सम्मेलन की सिफारिशों का कार्यान्वयन, आतंकवाद का मुकाबला, महिला सुरक्षा, जनांदोलनों का मुकाबला, विदेशों में स्थित भारतीय भगोड़ों को वापस लाने की रूपरेखा, सफल जांच और अभियोजन में फोरेंसिक का बेहतर उपयोग आदि विभिन्न विषयों पर पुलिस अधिकारियों ने प्रेजेंटेशन दिए एवं चर्चा की गई। प्रधानमंत्री पूरे दिन कॉन्फ्रेंस में उपस्थित रहे एवं कई महत्वपूर्ण निर्देश एवं सुझाव भी उन्होंने दिए।
विज़न 2047 की दिशा में पुलिस व्यवस्था का रोडमैप विषय पर मप्र के पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाणा ने अपराध का पता लगाना और रोकथाम तथा सामुदायिक सहभागिता और सार्वजनिक विश्वास पर प्रेजेंटेशन दिया। उस दौरान उन्होंने मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा ड्रग के विरुद्ध चलाए गए जागरूकता अभियान नशे से दूरी – है जरूरी के बारे में भी सभा में प्रधानमंत्री एवं अधिकारियों को जानकारी दी। आज रात्रि डिनर टेबल पर प्रधानमंत्री के साथ तीन अन्य DGPs के साथ डीजीपी कैलाश मकवाणा ने भी भोजन के दौरान भीड़ प्रबंधन विषय, सिंहस्थ की तैयारी के संबंध में चर्चा की।
(Udaipur Kiran) तोमर