
भाेपाल, 29 नवंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के कसरावद तहसील के औद्योगिक क्षेत्र निमरानी इंडस्ट्रियल एरिया में सब्सिडी वाले यूरिया फर्टिलाइजर के गैर-कानूनी स्टोरेज और ब्लैक मार्केटिंग का मामला सामने आया है। शुक्रवार काे जिला प्रशासन और कृषि विभाग की जॉइंट टीम ने महाकाल ट्रेडर्स नाम की एक कंपनी पर छापा मारा और उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की।
दरअसल, जांच में पता चला कि कंपनी सब्सिडी वाले नीम-कोटेड यूरिया को पीसकर पाउडर बना रही थी । मप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इस मामले में सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के खजाने की नहीं, बल्कि माफिया के खजाने की रक्षा कर रही है। उन्होंने राज्य सरकार से खाद की ब्लैक मार्केट पर रोक लगाने की भी मांग की है।
उमंग सिंगार ने शनिवार काे साेशल मीडिया एक्स के माध्यम से सरकार पर हमला बाेलते हुए कहा खरगोन की कसरावद तहसील के निमरानी औद्योगिक क्षेत्र में बड़ी मात्रा में मिलावटी यूरिया का संगठित रैकेट पकड़ा गया! NFL की खाद को पीसकर पाउडर बनाकर दूसरे कट्टों में भरकर गुजरात के गांधीधाम में काले मुनाफ़े के धंधे के लिए भेजा जा रहा था वो भी महीनों से भाजपा सरकार की आँखों पर बंधी ‘माफिया-ममता’ के कारण सुरक्षित अवैध भंडारण के साथ! उधर प्रदेश में किसान खाद के लिए अपमान और लाठियाँ झेल रहे हैं, गुना में आदिवासी महिला खाद की लाइन में भूख, प्यास और ठंड से दम तोड़ देती है… और इधर ‘डबल इंजन की भाजपा सरकार’ माफ़िया का डबल फायदा सुनिश्चित कर रही है!
नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा सत्ता किसानों की थाली पर नहीं, माफ़ियाओं की तिजोरी पर पहरा दे रही है। यह सिर्फ़ मिलावट नहीं अन्नदाता के अधिकारों पर क्रूर डाका, भाजपा की कृषि–विरोधी नीतियों का काला चेहरा और मध्यप्रदेश के किसानों के साथ सबसे बड़ा विश्वासघात है! उन्हाेंने मांग करते हुए कहा कि सरकार तुरंत खाद की कालाबाज़ारी पर रोक लगाए, ताकि प्रदेश के किसानों को पर्याप्त खाद उपलब्ध हो सके और वे अपनी खेती सुचारू रूप से कर सकें।
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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे