Uttar Pradesh

जौनपुर में मतदाता पुनरीक्षण कार्य में लगी बीएलओ समस्याओं का सामना करना चुनौती

बीएलओ द्वारा कैंप लगाकर एसआईआर का फॉर्म बांटते हुए और कलेक्ट करते हुए
बीएलओ द्वारा कैंप लगाकर एसआईआर का फॉर्म बांटते और कलेक्ट करते हुए

जौनपुर, 28 नवम्बर (Udaipur Kiran) । यूपी के जौनपुर में मतदाता पुनरीक्षण कार्य में लगे बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) निर्धारित समय सीमा से पहले काम पूरा करने के दबाव का सामना कर रहे हैं। कई बीएलओ ने बताया कि वे प्रतिदिन 8 से 10 घंटे काम कर रहे हैं, लेकिन उन्हें लोगों का अपेक्षित सहयोग नहीं मिल रहा है। इस कार्य को 4 दिसम्बर तक पूरा करने का निर्देश है।

शुक्रवार को हिंदुस्थान समाचार प्रतिनिधि से बातचीत करते हुए बीएलओ ने अपनी समस्याओं को साझा करते हुए बताया कि उन्हें अक्सर अनजान क्षेत्रों में तैनात किया जाता है, जहां वे स्थानीय निवासियों से परिचित नहीं होते। इससे उन्हें परिवारों को एक साथ लाकर फॉर्म भरने में कठिनाई होती है। केवल जागरूक लोग ही सहयोग कर रहे हैं, जबकि अन्य लोग इस प्रक्रिया को समझ नहीं पा रहे हैं।

कम्पोजिट विद्यालय नईगंज की बीएलओ किरण बाला ने बताया कि उन्हें घर-घर जाकर लोगों को समझाना पड़ रहा है। जब वे आधार कार्ड या अन्य जानकारी मांगती हैं, तो लोग यह पूछकर देने से कतराते हैं कि इसकी आवश्यकता क्यों है। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में बहुत सी समस्याएं आ रही हैं। ओलंदगंज की बीएलओ दीपा श्रीवास्तव ने भी ऐसी ही चुनौतियां बताईं। उन्होंने कहा कि वे सुबह 10 बजे घर से निकलती हैं और शाम 7-8 बजे तक काम करती हैं। उनके अनुसार, लोग अभी उतने जागरूक नहीं हैं और अक्सर दरवाजा नहीं खोलते।

कई बार उन्हें बताया जाता है कि आधार कार्ड उपलब्ध नहीं है या परिवार के सदस्य शादी में गए हैं और उन्हें अगले दिन आने को कहा जाता है। दीपा श्रीवास्तव ने 4 दिसम्बर की समय सीमा बढ़ाने का भी सुझाव दिया। क्योंकि वर्तमान परिस्थितियों में काम पूरा करना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने बताया कि लोग चाहते हैं कि बीएलओ उनके घर आकर सारा काम करें, जिससे अधिकारियों पर अतिरिक्त दबाव पड़ रहा है।

(Udaipur Kiran) / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव