
जयपुर, 28 नवंबर (Udaipur Kiran) । नए परिसीमन के बाद नगर निगम सीमा में शामिल किए गए गांवों में अब विकास कार्यों को गति मिलेगी। नगर निगम ने इन इलाकों के लिए विकास की रूपरेखा तैयार करना शुरू कर दिया है। निगम इन गांवों में सड़क, रोशनी, सीवरेज, ड्रेनेज और साफ-सफाई सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं का विस्तार करेगा।
इसी क्रम में नगर निगम शहरभर में करीब 7000 नई रोड लाइट्स लगाने जा रहा है, जिस पर लगभग 3 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसमें से अधिकांश रोड लाइट्स नए परिसीमन के तहत शामिल ग्रामीण इलाकों में लगाई जाएंगी। बाहरी क्षेत्रों से जुड़े 50 वार्डों में 100-100 और शेष वार्डों में 20-20 रोड लाइट्स लगाने की योजना बनाई गई है। इसके लिए जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। नगर निगम क्षेत्र में शामिल होने के बाद इन गांवों में कचरा उठाने से लेकर अन्य शहरी सुविधाओं का विस्तार भी किया जा रहा है। ग्रामीण इलाकों में अब हूपर वाहन कचरा उठाने पहुंचने लगे हैं। साथ ही नाली सफाई, प्रमाण पत्र निर्माण और अन्य सेवाओं के लिए ई-मित्र केंद्र व अन्य सुविधा केंद्र भी स्थापित किए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि करीब 30 वर्षों बाद जयपुर नगर निगम सीमा का विस्तार किया गया है। इसमें जयपुर, सांगानेर और आमेर उपखंड की 27 ग्राम पंचायतों के कुल 80 राजस्व गांवों को शामिल किया गया है। इनमें सांगानेर के 46, जयपुर के 26 और आमेर के 8 गांव शामिल हैं।
जयपुर नगर निगम का गठन वर्ष 1994 में हुआ था। उस समय 70 वार्ड बनाए गए थे। वर्ष 2004 में यह संख्या बढ़ाकर 77 और 2014 में 91 की गई, लेकिन उस दौरान निगम सीमा का विस्तार नहीं हुआ था। बाद में वर्ष 2019 में नगर निगम को ग्रेटर और हेरिटेज में विभाजित किया गया था, जिसे वर्तमान भाजपा सरकार ने पुनः एक करते हुए नए परिसीमन के बाद 150 वार्डों का गठन किया है।
नगर निगम के एक्सईएन प्रदीप शर्मा के अनुसार निगम क्षेत्र में शामिल नए ग्रामीण इलाकों में प्राथमिकता से रोड लाइट्स लगाई जाएंगी। स्वीकृति मिलने के बाद शीघ्र कार्य शुरू किया जाएगा।
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(Udaipur Kiran) / राजेश