Madhya Pradesh

अनूपपुर: अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई एवं सारणी के लिए भेल को 684 करोड़ रुपये की प्रथम अग्रिम राशि जारी

फाईल

अनूपपुर, 27 नवंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी की 660-660 मेगावाट की भावी दो नई ताप विद्युत इकाईयों अनूपपुर जिले की

अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई व सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारनी के निर्माण की दिशा में एक नया मील का पत्थर जुड़ा दोनों इकाईयों के निर्माण के लिए भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल-भेल) को 684 करोड़ रूपए का अग्रिम भुगतान किया गया। यह इकाईयां सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारनी व अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई में बनेंगी। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी द्वारा दोनों इकाईयों के निर्माण के लिए 29 सितंबर 2025 को भेल को नोटिफिकेशन ऑफ अवॉर्ड जारी किया गया।

आगामी 57 माह में बनेंगी दोनों यूनिट

मध्यप्रदेश पावर जनेरटिंग कंपनी द्वारा भेल को किए गए इस अग्रिम भुगतान के परिणामस्वरूप दोनों परियोजनाओं की प्रभावी तिथि 29 सितंबर 2025 निर्धारित हो गई है। संविदात्मक प्रावधानों के अनुसार, भेल को दोनों इकाईयों के निर्माण, परीक्षण एवं सफल परिचालन सहित संपूर्ण कार्य 57 माह में (जून 2030 तक) मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी को हस्तांतरित करने होंगे। सितंबर 2025 में मध्यप्रदेश पावर जनेरटिंग कंपनी द्वारा जारी किए गए नोटिफिकेशन ऑफ अवॉर्ड के अंतर्गत सप्लाई, इरेक्शन एवं सिविल कार्यों से संबंधित सभी तकनीकी एवं संविदात्मक बिंदुओं पर दोनों कंपनियों के मध्य विस्तृत सहमति स्थापित की गई थी।

दोनों परियोजना को मिली आवश्यक स्वीकृति-दोनों परियोजनाओं के लिए भारत सरकार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा आवश्यक स्वीकृतियाँ प्रदान की जा चुकी हैं, जिससे परियोजना क्रियान्वयन को सुगमता एवं गति प्राप्त होगी। यह कदम न केवल राज्य की भविष्य की ऊर्जा मांगों को पूरा करने में सहायक होगा, बल्कि उत्पादन क्षमता के आधुनिकीकरण की दिशा में भी एक प्रभावी पहल है।

दोनों इकाईयां अल्ट्रा सुपर क्रि‍ट‍किल तकनीक से विद्युत उत्पादन करेंगी-

अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई व सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारनी में 660-660 मेगवाट की दोनों इकाइयों में विद्युत उत्पादन जून 2030 से प्रारंभ किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। ये दोनों ताप विद्युत इकाईयां अत्याधुनिक, उच्च दक्षता वाली अल्ट्रा सुपरक्रिटिकल तकनीक पर आधारित रहेंगी। बीएचईएल (भेल) इन इकाइयों हेतु बॉयलर, टरबाइन, जनरेटर एवं अन्य महत्वपूर्ण तकनीकी संरचनाओं की आपूर्ति और निर्माण का कार्य करेगा।

(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला