
मीरजापुर, 27 नवंबर (Udaipur Kiran) । जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार की अध्यक्षता में गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति एवं जिला आयुष समिति की संयुक्त बैठक आयोजित की गई। बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता, ओपीडी-आईपीडी उपस्थिति, दवा आपूर्ति, प्रसव सेवाओं सहित कई महत्वपूर्ण विषयों की समीक्षा की गई।
जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि वे अपने-अपने तैनाती स्थल पर रात्रि निवास सुनिश्चित करें। निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। उन्होंने सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जोर देते हुए कहा कि जीवन रक्षक दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं, किंतु दवाएं समाप्त होने से पूर्व समय से मांग पत्र भेजकर नई दवाएं मंगाई जाएं।
जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा में जिलाधिकारी ने शत-प्रतिशत भुगतान सुनिश्चित करने को कहा। निजी अस्पतालों से सही प्रसव डेटा उपलब्ध न कराए जाने पर नाराजगी जताते हुए मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि सभी डिलीवरी का डेटा आशाओं के माध्यम से पोर्टल पर अपलोड कराया जाए। मंत्रा ऐप पर बर्थ डोज कम मिलने पर मड़िहान सीएचसी के प्रभारी से कड़ी नाराजगी व्यक्त की गई तथा सभी केंद्रों पर प्रसव के दौरान सौ प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करने को कहा गया।
एनआरसी की समीक्षा में बच्चों की समुचित देखभाल सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। टीकाकरण के प्रति जागरूकता फैलाने हेतु एएनएम, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सक्रिय भूमिका निभाने को कहा। 108 और 102 एंबुलेंस सेवाओं की समीक्षा में प्रत्येक मरीज के रिसीव व ड्रॉप प्वाइंट की सूचना अनिवार्य रूप से दर्ज कराने के निर्देश दिए।
आयुष समिति बैठक में भी सभी पैरामीटरों पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में अपर पुलिस अधीक्षक नगर नितेश सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सीएल वर्मा, क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी श्रीकांत रजक सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा