
श्योपुर, 27 नवंबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले के बड़ौदा में गुरुवार को आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किसान हितैषी योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि सरकार किसानों के हित में लगातार काम रही है। मुख्यमंत्री ने सिंगल क्लिक के माध्यम से प्रदेश के छह जिलों के तीन लाख से अधिक किसानों के खातों में 238 करोड़ 78 लाख रुपए की मुआवजा राशि अंतरित की।
श्योपुर, हरदा, विदिशा, नर्मदापुरम, धार और खंडवा जिलों के 2148 ग्रामों के किसानों को इस राहत राशि का सीधा लाभ मिलेगा। श्योपुर के किसानों को मुआवजे का सबसे बड़ा हिस्सा मिला है।
उल्लेखनीय है कि बारिश के कारण फसलों में हुए नुकसान से जिले के 10,078 धान प्रभावित किसानों के खातों में 100 करोड़ 83 लाख रुपए पहुंचे।
राहत राशि वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने डॉ मोहन यादव ने कहा कि जब भी किसानों पर संकट आया है, भाजपा सरकार ढाल बनकर खड़ी हुई है। कांग्रेस की सरकार 70 साल रहीं, पर किसान के पसीने की कीमत कभी नहीं समझीं। सीएम ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कान खोलकर सुन लें कांग्रेसी, उन्होंने चवन्नी कभी दी नहीं। हम 16 हजार प्रति हेक्टेयर का लाभ दे रहे हैं। कांग्रेस तीन हजार हेक्टेयर भी नहीं देती थी। कांग्रेस कह रही थी भावांतर का पैसा नहीं देंगे। आकर देख लो कांग्रेसी, जो कहा है वो पूरा कर दिखाया है। अब तो मोदी की सरकार है, जो कहती है, वह करके दिखाती है। सीएम ने कहा कि राम के धाम में भी कांग्रेस ने बांधाऐं उत्पन्न की थी। भगवान राम का प्रमाण मांगने वाले कांग्रेसी आज राम मंदिर जगमगाता देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो राम का नहीं है, वह किसी काम का नहीं है।
खेत में किसान और सीमा पर जवान की चिंता करते हैं मोदी
मुख्यमंत्री ने अपने उदबोधन में कहा कि भाजपा सरकार किसानों, गरीबों और सनातन परंपरा की वास्तविक चिंता करती है। किसान सम्मान निधि 70 साल कांग्रेस ने नहीं दी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी। मुख्यमंत्री ने कहा खेत में किसान और सीमा पर जवान की यदि कोई चिंता करता है तो वे हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना देश के स्व. प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की देन है। जिन्होंने नदी जोड़ों योजना की भी शुरूआत की थी।
विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास
मुख्यमंत्री ने मंच के माध्यम अर्चुअली 2 करोड़ 75 लाख रूपये की लागत से सेसईपुरा में निर्मित आदिवासी बालक आश्रम का लोकार्पण के साथ ही 14 करोड 80 लाख की लागत से श्योपुर में बनने वाले नर्सिग कॉलेज भवन, 14 करोड 95 लाख की लागत से श्योपुर में बनने वाले 50 बिस्तरीय एकीकृत आयुष चिकित्सालय, 96 लाख की लागत से श्योपुर में बनने वाले बागवानी और खाद प्रसंस्करण ज्ञान प्रसार केन्द्र, ग्राम लहरौनी में 2 करोड 61 लाख, ग्राम बलावनी में 2 करोड 53 लाख एवं डाबीपुरा में 2 करोड 49 लाख की लागत से बनने वाले नवीन 33/11 केव्ही विधुत उपकेन्द्रों के निर्माण के लिए शिलान्यास किया।
चीता दूसरी पास श्योपुर की धरती पर पनपा
मुख्यमंत्री ने चीता प्रोजेक्ट पर कहा कि श्योपुर की धरती पर एक ऐतिहासिक काम हुआ है। चीता यदि पूरे देश में कहीं दोबारा पनपा है, तो वह पावन धरती श्योपुर की भूमि है।
(Udaipur Kiran) / राजू विश्वकर्मा