Madhya Pradesh

कांग्रेस की अपनी कोई विचारधारा नहीं है, यह अंग्रेजों द्वारा बनाया गया एक मंच था: हेमंत खण्डेलवाल

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खण्डेलवाल ने राजगढ़ में एसआईआर को लेकर जिला कार्यशाला व कोर ग्रुप की बैठक को किया संबोधित

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खण्डेलवाल ने राजगढ़ में एसआईआर को लेकर जिला कार्यशाला व कोर ग्रुप की बैठक को किया संबोधित

राजगढ़/भोपाल, 27 नवंबर (Udaipur Kiran) । बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खण्डेलवाल ने गुरूवार को राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ के होटल सोनाकुंज में मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर आयोजित जिला कार्यशाला को संबोधित किया। इस दाैरान उन्हाेंने कांग्रेस पर बड़ा हमला बाेला। हेमंत खंडेलवाल ने कहा कि कांग्रेस कोई राजनीतिक दल नहीं था। कांग्रेस आजादी के आंदोलन के समय एक अंग्रेज द्वारा बनाया गया एक मंच था, जिसमें सभी विचारधारा के लोग शामिल होकर देश को आजाद कराने का कार्य कर रहे थे। देश के आजाद होने के बाद महात्मा गांधी कांग्रेस को समाप्त करना चाहते थे, लेकिन जवाहरलाल नेहरू ने सत्ता के लिए इसका उपयोग किया। नेहरू परिवार आज भी इसका उपयोग सत्ता के लिए कर रहा है, जबकि कांग्रेस की अपनी कोई विचारधारा ही नहीं है।

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अपने गठन के समय से लेकर आज तक एक विचारधारा को लेकर आगे बढ़ रही है। भाजपा ने अपने विचारधारा से कभी समझौता नहीं किया। कार्यकर्ता आधारित भाजपा संगठन आज भी अपनी विचाधारा पर अडिग है। एसआईआर प्रक्रिया मतदाता सूची के शुद्धिकरण और पारदर्शी चुनाव कराने के लिए आवश्यक है। एसआईआर का विरोध करने वाले कांग्रेस नेता बताएं कि देश में एसआईआर की शुरूआत कराने वाले जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी क्या गलत थे। पार्टी के सभी कार्यकर्ता एसआईआर प्रक्रिया में मतदाताओं का सहयोग करें और यह सुनिश्चित करें कि किसी भी पात्र व्यक्ति का नाम मतदाता सूची से न कटने पाए। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खण्डेलवाल ने जिला कोर ग्रुप की बैठक को भी संबोधित कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

कांग्रेस अब मध्य प्रदेश सहित देश भर में समाप्ति की ओर

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस पूरे देश में फैली हुई थी। हर तरफ कांग्रेस को बोलबाला था, लेकिन कांग्रेस की कोई विचारधारा न तो पहले थी और न ही आज है। राष्ट्र प्रथम की भावना और विचारधारा के साथ वर्ष 1952 में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने जब जनसंघ की स्थापना की, उसके बाद से कांग्रेस का अस्तित्व कम होने लगा। आज स्थिति यह बन गई है कि अपनी विचारधारा को लेकर कभी समझौता नहीं करने के कारण भारतीय जनता पार्टी पूरे देश में अपना विशिष्ट स्थान बनाकर जनता की सेवा कर रही है। वहीं कांग्रेस पार्टी की कोई विचारधारा नहीं होने के कारण कांग्रेस आज मध्यप्रदेश सहित देश भर में पूरी तरह से समाप्ति की ओर तेजी से बढ़ रही है। कांग्रेस पार्टी एक परिवारवादी पार्टी है, जबकि भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता आधारित दल है।

कांग्रेस पार्टी अपनी विफलता छिपाने के लिए एसआईआर का विरोध कर रही

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष खण्डेलवाल ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने एसआईआर प्रक्रिया को पहली बार नहीं करा रहा है। हर 20-25 वर्षों में एसआईआर की प्रक्रिया अपनाई जाती है। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के समय में भी एसआईआर किया गया था। आज एसआईआर का विरोध करने वाले कांग्रेस नेता बताएं कि जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के समय में किया गया एसआईआर क्या गलत था। क्या नेहरू और इंदिरा गांधी ने एसआईआर कराकर गलत किया था। हकीकत यह है कि कांग्रेस पार्टी ने देश की जनता का विश्वास खो चुकी है। कांग्रेस पार्टी पर जनता अब विश्वास नहीं करती, इसलिए कांग्रेस लगातार चुनाव हारती जा रही है। कांग्रेस पार्टी और उसके नेता चुनावों में मिल रही लगातार हार और अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए एसआईआर का विरोध कर रहे हैं।

सरदार पटेल प्रधानमंत्री होते तो आज भारत चीन-अमेरिका से आगे खड़ा होता

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आजादी के बाद अगर देश के पहले प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल होते तो भारत आज अमेरिका और चीन से आगे खड़ा होता। आजादी के बाद देश की छोटी-छोटी रियासतों को लेकर भारत को एक करने में सरदार वल्लभभाई पटेल की अहम भूमिका थी। लेकिन कांग्रेस की कोई विचारधारा नहीं होने के कारण व्यक्तिवादी पार्टी बन गई। जिसका परिणाम यह हुआ कि सरदार वल्लभभाई पटेल जैसे विराट व्यक्तित्व और अद्वितीय प्रतिभा के धनी राजनेता को भी महत्व नहीं दिया गया।

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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे