

महोबा, 27 नवंबर (Udaipur Kiran) । आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा द्वारा एमपी के भोपाल में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में दिए गए विवादित एवं अमर्यादित बयान को लेकर उत्तर प्रदेश के महाेबा में गुरुवार काे अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद द्वारा आक्रोश व्यक्त किया गया। पदाधिकारियाें ने उपजिलाधिकारी चरखारी को राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंप सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने वालों पर सख्त से सख्त कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
अखिल भारतीय ब्राह्मण एकता परिषद के जिलाध्यक्ष जुगल किशोर द्विवेदी ने बताया कि ज्ञापन के माध्यम से आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा के विरुद्ध तत्काल कठोर विभागीय कार्रवाई करते हुए उन्हें पद से हटाया जाने की मांग की गई है, जिससे प्रशासनिक सेवा की गरिमा और सामाजिक सौहार्द दोनों सुरक्षित रह सके।
जिलाध्यक्ष ने कहा कि एक अधिकारी द्वारा सामाजिक माहौल को बिगाड़ने वाला जो बयान दिया गया है, वह न केवल भारतीय प्रशासनिक सेवा की गरिमा और निष्पक्षता के विपरीत है, बल्कि समाज में जातीय विद्वेष बढ़ाने तथा सामाजिक समरसता को क्षति पहुंचाने वाला भी है। संतोष वर्मा के बयान में समाज को बांटने वाले संकेत, व्यक्तिगत आस्थाओं पर आघात तथा सार्वजनिक पद की मर्यादा के विपरीत भाषा स्पष्ट दिखाई देती है।
परिषद के अशोक महाराज ने कहा कि आरक्षण जैसी संवैधानिक नीति और विवाह जैसे सामाजिक संस्कार को जोड़कर की गई टिप्पणी एक संकीर्ण मानसिकता एवं गैर-जिम्मेदाराना सोच को दर्शाती है। ऐसी सोच रखने वाला अधिकारी समाज के बड़े वर्ग के प्रति निष्पक्ष प्रशासन देने में सक्षम नहीं हो सकता। साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि यदि समय रहते उचित कार्रवाई नहीं हुई, तो यह प्रकरण देशभर में गंभीर जनाक्रोश और असंतोष का कारण बन सकता है। संगठन ने स्पष्ट किया कि न्यायोचित कार्रवाई होने तक लोकतांत्रिक विरोध जारी रहेगा।
इस मौके पर परिषद के पंडित योगेश पाठक, अशोक महाराज, राकेश थापक, उमेश पाठक, चिंता हरण तिवारी, विवेक त्रिवेदी, संतोष तिवारी, राजेश पांडे, अश्वनी द्विवेदी, श्याम किशोर तिवारी, केदारनाथ तिवारी, अनूप गुरुदेव, बृजेश द्विवेदी, बृजेश रावत सहित अन्य लोग मौजूद रहे हैं।
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(Udaipur Kiran) / उपेन्द्र द्विवेदी