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जेल की दीवारों में गूंजा हम भारत के लोग: दौसा की श्यालावास जेल में कैदियों ने बनाई संविधान की विशाल रंगोली

जेल की दीवारों में गूंजा हम भारत के लोग: दौसा की श्यालावास जेल में कैदियों ने बनाई संविधान की विशाल रंगोली

जयपुर, 26 नवंबर (Udaipur Kiran) । राष्ट्रीय संविधान दिवस के उपलक्ष्य में दौसा स्थित विशिष्ट केंद्रीय कारागृह श्यालावास में एक प्रेरणादायक दृश्य देखने को मिला। जेल अधीक्षक पारस जांगिड़ की पहल पर जेल में निरुद्ध कैदियों ने बुधवार को संविधान की प्रस्तावना की एक विशाल और आकर्षक रंगोली तैयार की। कैदियों ने रचनात्मकता का परिचय देते हुए चूना पाउडर और प्राकृतिक रंगों का उपयोग कर जेल परिसर के मैदान में अंग्रेजी भाषा में सम्पूर्ण प्रस्तावना को हुबहू मूल संविधान के चित्र की डिजाइन में उकेरा। इस कलाकृति के नीचे केसरिया, सफेद और हरे रंग की झंडियाँ लगाकर इसे देशभक्ति का रंग दिया गया।

रंगोली तैयार होने के बाद जेलर विकास बागोरिया के नेतृत्व में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें जेल में मौजूद लगभग सभी 482 कैदियों और स्टाफ ने एक साथ मिलकर संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन किया। इस दौरान कैदियों ने जोशपूर्ण देशभक्ति पूर्ण नारे लगाए और संविधान सभा के सदस्यों के प्रति गहरी कृतज्ञता व्यक्त की। कार्यक्रम के अंत में सभी ने एकजुट होकर राष्ट्रगान और राष्ट्र गीत गाया।

जेल अधीक्षक जांगिड़ ने इस अवसर पर कैदियों और स्टाफ को संबोधित किया। उन्होंने भारत के संविधान के महत्व को समझाते हुए कैदियों को उनके मौलिक अधिकारों और कर्तव्यों की विस्तृत जानकारी दी, ताकि वे जेल से बाहर निकलने के बाद एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में जीवन जी सकें। रंगोली बनाने वाले कैदियों में संदीप अग्रवाल, विकास शर्मा, रतन सिंह, दीन दयाल, राजेश मूर्तिकार, महेश और प्रवीण आदि शामिल थे, जिनकी कला की सराहना की गई।

इस गरिमामयी अवसर पर उप अधीक्षक उद्योग पीयूष अग्रवाल, शिवांगन स्पिनर के निदेशक कुलदीप सिंह भाटी, जयपुर रग्स के चौथमल जेलर दिलावर ख़ान, आरएसी जाप्ता प्रभारी अभयेन्द्र कुमार, रामप्रकाश यादव, रत्ती राम मीणा सहित जेल स्टाफ और सभी कैदी मौजूद रहे।

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(Udaipur Kiran)