
बाराबंकी, 26 नवंबर (Udaipur Kiran) । जनपद न्यायाधीश, अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रतिमा श्रीवास्तव की अध्यक्षता में जनपद न्यायालय के सभागार में संविधान दिवस के अवसर पर विचार संगोष्टी का आयोजन किया गया। इसमें सभी न्यायिक अधिकारियों ने संविधान की प्रस्तावना का पाठन किया। कार्यक्रम में कर्मचारी भी शामिल हुए।
इस अवसर पर जनपद न्यायाधीश प्रतिमा श्रीवास्तव ने कहा गया कि संविधान वह पवित्र दस्तावेज है, जिसने आज़ाद भारत को दिशा, व्यवस्था और मजबूत लोकतांत्रिक आधार प्रदान किया। भारत का संविधान केवल कुछ नियमों और प्रावधानों का संग्रह नहीं है, बल्कि यह हमारे अधिकारों, कर्तव्यों, स्वतंत्रता और न्याय का आधार है। मौलिक अधिकार, प्रत्येक नागरिक को समानता का अधिकार, अभिव्यक्ति की आज़ादी, जीवन एवं व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अधिकार, धर्म की स्वतंत्रता। यह अधिकार हमें सुरक्षित, सम्मानजनक और स्वतंत्र जीवन जीने की शक्ति देते हैं। संविधान केवल अधिकार नहीं देता, बल्कि हमें अपने कर्तव्यों का पालन करने की भी प्रेरणा देता है। जैसे राष्ट्र की एकता-अखंडता बनाए रखना, पर्यावरण की रक्षा करना, अनुशासन और सद्भाव रखना आदि। संविधान ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रत्येक व्यक्ति को वह चाहे गरीब हो या अमीर, सभी को निष्पक्ष और सुलभ न्याय मिले। हमारा संविधान सभी नागरिकों को कुछ महत्वपूर्ण सुरक्षा प्रदान करता है। अपर जिला जज प्रथम विनय सिंह समेत अन्य न्यायिक अधिकारीगण के द्वारा भी अपने विचार व्यक्त किये गये।
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(Udaipur Kiran) / पंकज कुमार चतुवेर्दी