
उरई, 26 नवंबर (Udaipur Kiran) । संविधान दिवस के अवसर पर बुधवार को उरई के स्वराज पब्लिक स्कूल के छात्र–छात्राओं ने जिला एवं सत्र न्यायालय उरई का शैक्षणिक भ्रमण किया। इस दौरान विद्यार्थियों ने अदालत की कार्यप्रणाली, न्यायाधीशों और अधिवक्ताओं की भूमिका को करीब से समझा। न्यायालय परिसर में पहुंचे छात्रों का स्वागत अधिवक्ताओं ने किया और उन्हें विभिन्न न्यायिक प्रक्रियाओं की जानकारी दी।
छात्रों को सबसे पहले अदालत में चल रही कार्यवाही दिखाई गई, जहां उन्होंने देखा कि न्यायाधीश किस प्रकार मामलों की सुनवाई करते हैं और अधिवक्ता किस तरह तथ्यों एवं साक्ष्यों के आधार पर पक्ष रखते हैं। मौके पर मौजूद वकीलों ने छात्रों को भारतीय न्याय व्यवस्था, अभियोजन प्रक्रिया और विभिन्न कानूनों की बुनियादी जानकारी से अवगत कराया। छात्रों ने संविधान की बुनियादी संरचना, मौलिक अधिकारों, कर्तव्यों और न्यायपालिका की स्वतंत्रता से जुड़े कई प्रश्न भी पूछे, जिनका अधिवक्ताओं ने सरल भाषा में उत्तर दिया।
संविधान दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम ने छात्रों में कानून और न्याय के प्रति गहरी समझ विकसित की।
छात्र-छात्राओं ने बताया कि उन्हें पहली बार न्यायालय का वास्तविक वातावरण देखने का अवसर मिला, जिससे उन्हें यह समझने में आसानी हुई कि संविधान के अनुसार न्यायाधीश और अधिवक्ता किस प्रकार मिलकर न्याय सुनिश्चित करते हैं। कई विद्यार्थियों ने कानून की पढ़ाई करने और आगे चलकर समाज में जरूरतमंदों को न्याय दिलाने का संकल्प भी व्यक्त किया।
शिक्षक तस्लीम अंसारी ने कहा कि ऐसी शैक्षणिक यात्राएँ छात्रों में जागरूकता बढ़ाती हैं और उन्हें भारतीय न्याय प्रणाली का व्यावहारिक अनुभव प्रदान करती हैं संविधान दिवस पर किया गया यह प्रयास न सिर्फ छात्रों में कानूनी ज्ञान बढ़ाने वाला रहा, बल्कि उन्हें संवैधानिक मूल्यों न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व की अहमियत समझाने में भी महत्वपूर्ण साबित हुआ।
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(Udaipur Kiran) / विशाल कुमार वर्मा