Uttar Pradesh

(अपडेट) स्वर्वेद महामंदिर धाम उमरहा में ‘अ’ अंकित श्वेत ध्वजारोहण के साथ समर्पण दीप अध्यात्म महोत्सव शुरू

स्वर्वेद महामंदिर धाम उमरहा में समर्पण दीप अध्यात्म महोत्सव में संत प्रवर

—बुधवार को विश्व शांति की कामना से 25 हजार यज्ञकुंडों में आहुतियां अर्पित होगी

वाराणसी, 25 नवम्बर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के वाराणसी जनपद के चौबेपुर उमरहा में स्थित स्वर्वेद महामंदिर धाम में मंगलवार को ‘अ’ अंकित श्वेत ध्वजारोहण के साथ समर्पण दीप अध्यात्म महोत्सव की विधिवत शुरूआत हुई। यह महोत्सव विहंगम योग के 102वें वार्षिकोत्सव और 25,000 कुण्डीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ का हिस्सा है। महोत्सव में भाग लेने के लिए अमेरिका, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, कनाडा, इंडोनेशिया, ऑस्ट्रेलिया सहित 18 देश के श्रद्धालु धाम में पहुंच गए है। देश से उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, समेत कश्मीर से कन्याकुमारी तक के अनुयायी भी पूरे दिन आते रहे।

धाम परिसर में पहुंच कर श्रद्धालु ‘अ’ अंकित सफेद ध्वजा लिए जय सदगुरुदेव का नारा लगाते रहे। महोत्सव में सद्गुरु आचार्य स्वतंत्र देव महाराज ने दीप प्रज्ज्वलित करने के बाद ज्ञान की गंगा बहाई। उन्होंने भारतीय संस्कृति को विश्व की आदि संस्कृति और भारत भूमि को मातृभूमि बताया। इस मौके पर संत प्रवर विज्ञान देव महाराज ने भी श्रद्धालुओं को आशीर्वचन दिया। शाम 6 बजे से रात्रि 9 तक संत प्रवर ने स्वर्वेद कथा का अमृत रसपान कराया। पहले दिन स्वर्वेद दोहों की संगीतमयी प्रस्तुति हुई। जिज्ञासुओं श्रद्धालुओं को ब्रह्मविद्या विहंगम योग के क्रियात्मक ज्ञान की दीक्षा दी गई।

शारीरिक आरोग्य के लिए सुबह आश्रम के योग प्रशिक्षकों ने आसन, प्राणायाम और ध्यान का सत्र संचालित किया। महोत्सव में निःशुल्क चिकित्सा शिविर भी लगाए गए हैं। इसमें आयुर्वेद, योग, पंचगव्य और होम्योपैथ के विशेषज्ञ चिकित्सक रोगियों को परामर्श दे रहे हैं। सायंकालीन सत्र में विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों ने परम्परागत लोकनृत्य की प्रस्तुतियां दीं। धाम के संतों के अनुसार बुधवार को सुबह 10 बजे से 25,000 कुण्डीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ का शुभारम्भ होगा। वैदिक पद्धति से होने वाले इस ढाई घंटे के महायज्ञ में लाखों श्रद्धालु वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच यज्ञ-कुण्ड में आहुतियाँ प्रदान करेंगे। उधर,विहंगम योग के 102वें वार्षिकोत्सव पर स्वर्वेद महामंदिर धाम को दुल्हन की तरह सजाया गया है। शाम ढ़लते ही रंग-बिरंगी रोशनी से स्वर्वेद महामंदिर धाम नहा उठा।

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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी