
जयपुर, 25 नवंबर (Udaipur Kiran) । नगर निगम में अनुकम्पा नियुक्ति को लेकर लगातार फर्जीवाडे सामने आ रहे है। इन फर्जीवाड़ों की अब पोल खुलने लगी है। इन फर्जीवाड़ों को लेकर पीडि़त अब पुलिस की शरण में पहुंचने लगे है। नगर निगम में अनुकंपा नियुक्ति प्रकरण में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी हासिल करने को लेकर ज्योति नगर थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है। पुलिस ने दर्ज प्रकरण के आधार पर जांच शुरू कर दी है। इससे पहले भी हेरिटेज और ग्रेटर निगम में फर्जी अनुकम्पा नियुक्ति के कई मामले सामने आ चुके है।
पुलिस के अनुसार जगतपुरा निवासी लालाराम ने संजय कुमार तंबोली और उसकी पत्नी मुन्नी देवी पर धोखाधड़ी, जालसाजी, कूटरचित दस्तावेज बनाने तथा साजिश रचने के आरोप लगाकर मामला दर्ज करवाया। मामले में आरोप है कि दोनों ने मिलकर शिकायतकर्ता के दिवंगत पिता का फर्जी पुत्र बनकर अनुकंपा नौकरी हासिल की। लंबे समय से पीडि़त की शिकायत पर पुलिस कार्रवाई नहीं हुई थी, जिसके बाद मामला अदालत पहुंचा और कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस अब मामले में दस्तावेजों की जांच, अधिकारियों के बयान और अनुकंपा नियुक्तिसे जुड़े रिकॉर्ड की तस्दीक में जुट गई है।
180 फाइलों पर लगाया था रिमार्क
निगम में लम्बे समय से अनुकम्पा नियुक्ति को लेकर कथित तौर पर फर्जीवाड़ा चल रहा है। निगम अधिकारी रिमार्क लगी फाइलों को एक-एक कर निकालकर निपटाने में लगे है। फर्जी अनुकम्पा नियुक्ति को लेकर पूर्व में हेरिटेज निगम कार्यालय में 35 से 40 शिकायतें मिल चुकी थी। जिनकी निगम जांच कर रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार हेरिटेज निगम में अनुकम्पा नियुक्ति को लेकर लगभग 180 फाइलों पर रिमार्क लगाकर कई सालों पूर्व ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। हेरिटेज निगम के गलियारों में वर्षों से दफ्तर दाखिल कर ठंडी पड़ी फाइलों को अचानक पंख लग गए थे और कई फाइलों को निपटारा कर नियुक्ति तक पहुंचा दिया गया था लेकिन मामला खुलने पर नियुक्ति रोक दी गई। सूत्रों के अनुसार करीब 35 से 40 शिकायतें नगर निगम को फर्जी तरीके से अनुकम्पा नियुक्ति पाने वालों के खिलाफ प्राप्त हुई है। जिनकी जांच की जा रही है।
केस नम्बर 1
रामगंज निवासी रामकिशन(बदला हुआ नाम) ने अपने बड़े भाई के स्थान पर फर्जी अनुकम्पा नौकरी प्राप्त कर ली। इसके लिए रामकिशन ने अपनी बर्थ सर्टिफिकेट में जन्मतिथि में बदल डाली। जब बड़े भाई को इसका पता चला तो उसने निगम में इसकी शिकायत कर दी। पीडि़त इस मामले को लेकर थाने में भी रपट दर्ज करवाने की तैयारी में है।
केस नम्बर- 2
पुरानी बस्ती निवासी कमला(परिवर्तित नाम) ने किसी अन्य व्यक्ति की दत्तक पुत्री बनकर निगम में नौकरी प्राप्त कर ली। यह भी जानकारी सामने आई है कि इस महिला का पति पहले सरकारी नौकरी में है। महिला ने जिस व्यक्ति के दस्तावेज लगाए है उससे महिला का कोई सम्बंध नहीं है।
केस नम्बर- 3
जवाहर नगर निवासी राधारमण (परिवर्तित नाम) पर भी फर्जी दस्तवेजों की मदद से निगम में नौकरी प्राप्त करने का आरोप है। राधारमण वर्तमान में आदर्श नगर जोन में तैनात है। निगम शिकायत के बाद राधारमण के दस्तावेज की जांच करने में जुटी है।
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(Udaipur Kiran) / राजेश