Madhya Pradesh

दतिया: विवाह पंचमी – दतिया में रामविवाह की अनोखी परम्परा

दतिया: विवाह पंचमी - दतिया में रामविवाह की अनोखी परम्परा

दतिया, 24 नवंबर (Udaipur Kiran) । मध्‍य प्रदेश के दतिया में सांस्कृतिक और धार्मिक नगरी होने से यहां मंदिर मंदिर की अपनी परम्परा अपने उत्सव हैं जिनके माध्यम से भक्त जनों को मंदिरों से जुड़ने का अवसर प्राप्त होता हैं। ऐसे ही लोकोत्सवों में भगवान श्री राम सीता के विवाह के पावन अवसर पर विवाह पंचमी का उत्सव बड़े ही धूम्रधाम से मनाया जाता हैं जिसकी शुरुआत मंडप से तैल आदि से होती हैं।

विवाह से दो दिन पूर्व होती हैं विवाह संस्कार की तैयारी

दतिया के जिन मंदिरों मे राम विवाह पंचमी का उत्सव मनाया जाता हैं उनमें अवध बिहारी मंदिर, विजय राघव, रामलला रामलला असनई, अनामय आश्रम, केंथन हनुमान मंदिर रिंग रोड़ होलीपुरा मंदिर प्रमुख हैं। अवध बिहारी मंदिर में राम विवाह उत्सव की तैयारी तीन दिन पूर्व शुरू हो जाती हैं।

प्रथम दिवस में तैल चढ़ाया जाता है दूसरे दिन मंडप को स्थापित किया जाता हैं जो रीति रिवाज के साथ पंडित के माध्यम से सम्पन्न होता हैं।

राम कलेवा का गायन से पूर्व गायन करने वाले मुखिया को सम्मानित करना के लिए तिलक और वस्त्र भेटकर सम्मान किया जाता है उनके साथ ही जो भी कलाकार कलेवा में वाद्य यंत्र की संगत करते हैं उन सभी को आचार्य या मंदिर पुजारी द्वारा सम्मानित किया जाता है।

रामकलेवा में जहां भांति भांति का प्रसाद लगाया जाता है जिसका उल्लेख गायक पद गायन में करती हैं जिसका वितरण भी होता है साथ ही समाज गायकों को पान खिलाया जाता है जिसका अपना महत्व होता है जिसे सबसे पहले समाज की पोथी यानी पवित्र ग्रंथ को प्रसाद स्वरूप में लगाकर सम्मान से किया जाता है उसके बाद सभी कलाकारों को प्रदान किया जाता है। राम विवाह के समाज गायन की जो दतिया की शेली है उसमें समाज का एक मुखिया होता है। शेष कलाकार गायक होते हैं। उनको झेला कहा जाता हैं पूर्व में समाज गायन में मृदंग वादन की परंपरा थी, क्योंकि यह गायकी ध्रुपद पर आधारित है, परंतु मृदंग बादको के अभाव में अब तबला और ढोलक का वादन संगत के रूप में होता है।

भाण्डेर सर्वेश्वर मन्दिर पर राम विवाह का आयोजन आज

प्रसिद्द संत बलरामदास महाराज के आश्रम पथनवाली माता में स्थित सर्वेश्वर मन्दिर पर राम विवाहोत्सव की तैयारी पूरे जोरों पर चल रही है। विवाह पंचमी राम विवाहोत्सव के दिन भांडेर जनकपुर व अयोध्या नगरी के रूप में परिणत हो जाता है। सभी मंदिरो को लाइटों से सजाया जा रहा है। आयोजन मंगलवार शांम 6 बजे से किया जायेगा। जिसमें अवधपुरी से हर्ष कुमारी रामनिवास त्रिपाठी बजरिया मोहल्ला वार्ड न. 14 भांडेर व जनकपुरी से साधना प्रमोद चतुर्वेदी खाई का बाजार भांडेर रहेगें। भगवान श्री राम की बारात शांम 4 बजे अवधपुरी से डीजे, बैन्ड व आतिशबाज़ी के साथ प्रारंभ होकर नगर के मुख्य मार्गो से होती हुई संत बलरामदास आश्रम पर पहुंचेगी। बारात का नगर में जगह-जगह स्वागत किया जायेगा।

हिन्‍दुस्‍थान समाचार/संतोष तिवारी

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(Udaipur Kiran) / राजू विश्वकर्मा