

जयपुर, 24 नवंबर (Udaipur Kiran) । मणिपाल हॉस्पिटल जयपुर की ओर से बिना डॉक्टर की सलाह के ली जाने वाली एंटीबायोटिक व अन्य दवाइयों के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए सोमवार को विशेष नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को यह समझाना था कि स्वयं दवा लेना न केवल उपचार को प्रभावित करता है, बल्कि शरीर को दीर्घकाल में गंभीर नुकसान भी पहुंचा सकता है।
अस्पताल के सीनियर फिजिशियन डॉ. विपिन जैन ने बताया कि आजकल कई लोग गूगल सर्च, जान-पहचान या मेडिकल स्टोर की सलाह के आधार पर दवाइयों का सेवन करने लगे हैं। जिनमें एंटीबायोटिक भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह का गलत सेवन शरीर में एंटीबायोटिक-रेसिस्टेंट बैक्टीरिया पैदा करता है, जो एंटीबायोटिक दवाओं को बेअसर बना देते हैं। इससे न केवल संक्रमण ठीक होने में समय लगता है, बल्कि कभी-कभी दवाएं पूरी तरह काम करना भी बंद कर देती हैं।
डॉ. जैन ने बताया कि लगातार और बिना आवश्यकता के एंटीबायोटिक लेने से बैक्टीरिया दवाओं के प्रति प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर लेते हैं, जिसे एंटी माइक्रोबियल रेजिस्टेंस कहा जाता है। इस स्थिति में संक्रमणों का उपचार कठिन हो जाता है और मरीज की हालत गंभीर हो सकती है।
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(Udaipur Kiran)