
-अपर पुलिस अधीक्षक सत्यपाल सिंह ने प्रेस वार्ता कर किया खुलासा
चित्रकूट,22 नवम्बर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जनपद में अपराध पर अंकुश लगाने के लिए अपराधियों के विरुद्ध की जा रही कार्यवाही के क्रम में एसओजी व थाना कोतवाली कर्वी टीम द्वारा अधिवक्ता के घर पर रात्रि में बम फेंकने वाले तीन आरोपियों को घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार किया गया।
अपर पुलिस अधीक्षक सत्य पाल सिंह ने शनिवार को बताया कि बीती एक अक्टूबर को जिला मुख्यालय के गांधी गंज स्टेशन रोड़ निवासी अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अशोक कुमार गुप्ता (एडवोकेट) ने कर्वी कोतवाली में सूचना दी कि बीती एक अक्टूबर की रात्रि वह अपने परिवार के साथ घर में सो रहे थे। इस दौरान रात्रि एक बजे धमाके की आवाज सुनकर बाहर निकलकर देखा कि कार्यालय के बाहर लान में खड़ी कार का पिछला शीशा टूटा हुआ था। घर पर लगे सीसीटीवी फुटेज को चेक किया गया तो पता चला कि घर के बाहर मोटर साइकिल सवार दो व्यक्तियों में पीछे बैठा व्यक्ति घर के अन्दर बम फेंकता हुआ दिखाई दिया। इस सूचना पर सम्बन्धित धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम को लगाया गया। जिस पर बीते शुक्रवार को कर्वी कोतवाली के अपराध निरीक्षक राजकुमार वर्मा व उनकी टीम उपनिरीक्षक विवेक कुमार सिंह, आरक्षी राहुल देव, इन्दल व अजय तिवारी द्वारा देवागंना घाटी के पास वाहन चेकिंग के दौरान मोटरसाइकिल सवार तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपियों ने अपने नाम बंटी पाल निवासी मुण्डेरा थाना धुमनगंज जनपद प्रयागराज, आकाश उर्फ राहुल तिवारी निवासी चकराना तिवारी सीओडी चाका नैनी जनपद प्रयागराज व ऋषभ कनौजिया उर्फ सान्डा निवासी झलवा थाना धूमनगंज जनपद प्रयागराज बताया।
कड़ाई से पूंछताछ करने पर आरोपित आकाश ने बताया कि उसकी मुलाकात ऋषभ उर्फ सांडा व बंटी पाल से नैनी जेल में हुयी थी, जहां से उनकी दोस्ती हो गयी थी। बताया कि जमीन के सिलसिले में उसका आना जाना चित्रकूट होता था। इस दौरान उसकी मित्रता अधिवक्ता सुरेश तिवारी से हो गयी। सुरेश तिवारी ने आकाश को बताया कि अधिवक्ता अशोक गुप्ता के सह पर एक अधिवक्ता और अन्य लोगों ने उसके साथ कचहरी में मारपीट की थी। इस मारपीट का बदला लेने के उद्देश्य से सुरेश तिवारी ने आकाश को पैसों का लालच दिया था। जिसके बाद आकाश ने अपने साथी बंटी पाल बुलाया और सुरेश तिवारी के घर ले गया। जहाँ सुरेश तिवारी व नवीन त्रिपाठी ने उन्हें अधिवक्ता अशोक गुप्ता के ऊपर बम से हमला करने को कहा। इसके लिए 50,000 रुपये भी देने की बात कहते हुए कुछ पैसे भी दिए। जिसके बाद आकाश और बंटी ने प्रयागराज से यश दीक्षित, अभय पासी व ऋषभ उर्फ सांडा को चित्रकूट बुलाया। घटना वाले दिन यह सभी हनुमान धारा मंदिर के पास इकट्ठा हुए, जहाँ से सुरेश तिवारी व नवीन त्रिपाठी बंटी पाल, ऋषभ उर्फ सांडा व यश दीक्षित को अपनी कार में बैठाकर अधिवक्ता अशोक गुप्ता का घर दिखाने ले गए। घर की पहचान कराने के बाद सुरेश तिवारी ने कुछ पैसे दिए और बम बनाने को कहा। जिसके बाद यह सभी बाजार से पटाखे खरीदकर हनुमान धारा के पास एक खाली प्लाट में पटाखों से बारूद निकालकर उसमें छर्रा आदि भरकर चार बम तैयार किए। रात्रि में आकाश ने दो मोटरसाइकिल दिलाई जिसमें बैठकर बंटी पाल, यश दीक्षित और अभय पासी ने घटना को अंजाम दिया। इस दौरान ऋषभ उर्फ सांडा और आकाश बाहर से सपोर्ट कर रहे थे। घटना के बाद सुरेश तिवारी ने कुछ पैसे देकर बाद में शेष पैसे देने की बात कही। शेष पैसे लेने आने पर देवागंना घाटी के पास चेकिंग के दौरान उन्हें मोटर साइकिल के साथ पकड़ लिया गया।
पुलिस ने घटना में प्रयुक्त मोटर साइकिल को सीज करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया। साथ ही दर्ज मुकदमे में अन्य आरोपियों के नामों को भी शामिल किया। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार तीनों आरोपियों के विरुद्ध प्रयागराज के कई थानों में आपराधिक मुकदमें दर्ज है। आरोपियों की गिरफ्तारी करने वाली एसओजी टीम में प्रभारी निरीक्षक एमपी त्रिपाठी, मुख्य आरक्षी जितेन्द्र कुमार, आरक्षी गोलू भार्गव, ज्ञानेश मिश्रा, आरक्षी पवन राजपूत व राघवेन्द्र सिंह भी शामिल रहे।
—————
(Udaipur Kiran) / रतन पटेल