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झलकारी बाई की वीरता एक समाज की नहीं, पूरे राष्ट्र की धरोहर

झलकारी बाई की वीरता एक समाज की नहीं, पूरे राष्ट्र की धरोहर
झलकारी बाई की वीरता एक समाज की नहीं, पूरे राष्ट्र की धरोहर

अजमेर,22 नंबर(Udaipur Kiran) । अखिल भारतीय कोली समाज, जिला अजमेर कार्यकारिणी द्वारा वीरांगना झलकारी बाई की 196वीं जयंती के अवसर पर झलकारी बाई स्मारक पर समाज के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं एवं स्थानीय नागरिकों ने एकत्र होकर सामूहिक रूप से पुष्पमालाएं अर्पित कीं तथा राष्ट्रसेवा और वीरांगना की वीरता को नमन किया। पूर्व मंत्री एवं अजमेर दक्षिण विधायक अनीता भदेल उपस्थित रहीं। उन्होंने स्मारक पर पहुंचकर वीरांगना झलकारी बाई की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उनके शौर्यपूर्ण जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि झलकारी बाई भारतीय इतिहास की उन वीरांगनाओं में से एक हैं, जिनके अदम्य साहस, देशभक्ति और त्याग के कारण स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा मिली। रानी लक्ष्मीबाई की विश्वासपात्र सेनानायक के रूप में झलकारी बाई ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अपने अद्वितीय साहस से शत्रु को परास्त करने में अग्रणी रहीं।

अखिल भारतीय कोली समाज जिला इकाई अजमेर के अध्यक्ष विक्रम सिंह कालोत ने अपने उद्बोधन में झलकारी बाई के वीरता पूर्वक देश के लिए दिए गए बलिदान को आजादी की शुरुआत बताया। देश की आजादी के लिए बलिदान होने वाली प्रथम महिला का गौरव हासिल झलकारी बाई को जाता है। भारत सरकार ने वीरांगना झलकारी बाई के सम्मान में वर्ष 2001 में 22 नवम्बर को डाक टिकट जारी किया गया वीरांगना झलकारी बाई के जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण प्रसंगों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि झलकारी बाई की वीरता किसी एक समाज की नहीं बल्कि पूरे राष्ट्र की धरोहर है। समाज को झलकारी बाई जैसी वीर महिलाओं के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए।

कार्यक्रम के दौरान कार्यकारी अध्यक्ष देवी सिंह, महामंत्री आकाश राजा, कोषाध्यक्ष सुरेश खोरवाल, उपाध्यक्ष विनोद कुमार, मंत्री घनश्याम सिंह, रविकांत परिहार, सोहनलाल, निरंजन सिंह, उमराव राणावत, गजानंद, राजेंद्र कुमार, प्रभुदयाल नैन, कन्हैया लाल, मीडिया प्रभारी अमर सिंह एवम समाज के लोग शामिल हुए। सभी ने झलकारी बाई के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।

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(Udaipur Kiran) / संतोष