Uttar Pradesh

अटलजी ने देश की सुरक्षा और जनकल्याण को सदैव सर्वोपरि रखा : धर्मेन्द्र सिंह

अटल बिहारी वाजपेयी जी की 100वीं जयंती पर देर रात तक चला कवि सम्मेलन*
अटल बिहारी वाजपेयी जी की 100वीं जयंती पर देर रात तक चला कवि सम्मेलन*
अटल बिहारी वाजपेयी जी की 100वीं जयंती पर देर रात तक चला कवि सम्मेलन*
अटल बिहारी वाजपेयी जी की 100वीं जयंती पर देर रात तक चला कवि सम्मेलन*
अटल बिहारी वाजपेयी जी की 100वीं जयंती पर देर रात तक चला कवि सम्मेलन*
अटल बिहारी वाजपेयी जी की 100वीं जयंती पर देर रात तक चला कवि सम्मेलन*

गोरखपुर, 22 नवंबर (Udaipur Kiran) । सिक्टौर स्थित राम गुलाम राय शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय का आडिटोरियम कविताओं की गर्माहट में घुली रही। संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से ‘सर्वोदय ग्रामोद्योग विकास संस्थान गोरखपुर द्वारा भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर आयोजित कवि सम्मेलन में ओज, श्रृंगार और हास्य रस की छटा बिखरी। देश के शीर्ष कवियों ने अपनी रचनाओं से सर्द रात में गर्माहट घोले रखी। कवि अनिल अमल ने अपनी ओजपूर्ण रचनाओं से राष्ट्रवाद का रंग चटख किया। कविता से उन्होंने सेना की शौर्य गाथा को भी बयां किया।

–शृंगार और राष्ट्र भक्ति गीतों से गुंजायमान हुआ हॉल

प्रखर कवियत्री कृपा संगम ने अटल जी को नमन करते हुए अपनी रचनाओं के साथ अटल जी की लिखी कविताओं को पढ़ कर सुनाया। हास्य कवि मधुप श्रीवास्तव नर कंकाल, युवा कवि शशांक शुक्ल, सीपी भट्ट नें भी अपनी कविताओं से श्रोताओं का मनोरंजन किया।

–कवि विकास बौखल ने सुनाया अटल संस्मरण

देश के विख्यात कवि विकास बौखल ने अटल जी से जुड़े अपने संस्मरणों का उल्लेख करते हुए उनकी रचनाओं की प्रस्तुति दी। उन्होंने हास्य और व्यंग्य के माध्यम से लोगों को खूब हंसाया। उन्होंने अपने अनुभव सुनाते हुए श्रोताओं को पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़े यादगार लम्हे साझा किए। हास्य व्यंग के कवि सौरभ जायसवाल की कवितायेँ सुनकर श्रोता लोट-पोट हो गए।

इसके पूर्व कार्यक्रम के शुभारम्भ के अवसर पर मुख्य अतिथि विधान परिषद् सदस्य व भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह नें दीप प्रज्ज्वलन किया और कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ने सशक्त, समृद्ध और स्वावलम्बी भारत के निर्माण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उनका विजन और मिशन विकसित भारत के संकल्प में निरंतर शक्ति का संचार करता रहेगा।

उन्होंने कहा कि अटल जी ने विचारधारा के प्रति समर्पण और मूल्य-आधारित राजनीति से देश में विकास और सुशासन के नए युग की शुरुआत की। सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को कार्य संस्कृति बनाने वाले वाजपेयीजी ने देश की सुरक्षा और जनकल्याण को सदैव सर्वोपरि रखा। राजनीतिक जीवन में शुचिता और आत्मसंयम से उन्होंने भाजपा को जनप्रिय बनाया। अटल जी ध्रुवतारे के समान अनंत काल तक देशवासियों को राष्ट्रसेवा के पथ पर दिशा दिखाते रहेंगे।

वेद प्रकाश शर्मा, प्रभारी निरीक्षक चौरी चौरा गोरखपुर उपस्थित छात्रों को बताया कि अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसम्बर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। 16 अगस्त 2018 को 93 साल की उम्र में उनका निधन हो गया था। उन्हें 27 मार्च 2025 को भारत रत्न से नवाजा गया था।

महाविद्यालय के प्राचार्य विनय कुमार मिश्र ने अटल जी की कविता प्रस्तुत किया “जूझने का मेरा इरादा न था, मोड़ पर मिलेंगे इसका वादा न था, रास्ता रोक कर वह खड़ी हो गई, यूं लगा जिंदगी से बड़ी हो गई। नितेश शर्मा नें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता ‘मौत से ठन गई,’ की इन पंक्तियों को पढा। इस मौके पर प्रभात कुमार राय, प्रियंका राय, मंजुला राय, संजय कुमार गुप्ता, अतुल पाल सिंह, डॉ नवीन सिंह सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।

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(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय