जम्मू, 22 नवंबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के लिए मनरेगा काम की लिमिट बढ़ाने के लिए केंद्र को धन्यवाद दिया और कहा कि यह आपदा प्रभावित पंचायतों में कमजोर समुदायों को आर्थिक संकट से उबरने में मदद करने में अहम भूमिका निभाएगा।
केंद्र ने जम्मू-कश्मीर के लिए महात्मा गांधी नेशनल रूरल एम्प्लॉयमेंट गारंटी एक्ट के तहत दिए जाने वाले पर्सन-डे की संख्या 100 से बढ़ाकर 150 करने की मंज़ूरी दे दी है।
अब्दुल्ला ने इस फैसले के लिए केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद दिया और जम्मू-कश्मीर को केंद्र की तुरंत मदद के लिए तारीफ़ की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह अहम फैसला हाल ही में आई बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित हज़ारों परिवारों की मदद करेगा जिससे उन्हें बेहतर रोज़ी-रोटी के मौके और समय पर राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह बढ़ी हुई मदद आपदा प्रभावित पंचायतों में कमजोर समुदायों को आर्थिक संकट से उबरने में मदद करने में अहम भूमिका निभाएगी।
अब्दुल्ला ने ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री जाविद अहमद डार और उनकी टीम को केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के साथ सफलतापूर्वक बातचीत करने के लिए भी बधाई दी। एक ऑफिशियल स्पोक्सपर्सन ने कहा कि केंद्र सरकार ने फाइनेंशियल ईयर 2025-26 के लिए जम्मू-कश्मीर में प्रभावित परिवारों के लिए मनरेगा काम की लिमिट ऑफिशियली 100 से बढ़ाकर 150 दिन कर दी है।
उन्होंने कहा कि यह फैसला 1,962 पंचायतों को बाढ़ प्रभावित घोषित करने के बाद लिया गया है क्योंकि जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने खेती के कामों और गांव की रोजी-रोटी पर बुरे असर को दूर करने के लिए खास राहत मांगी थी।
उन्होंने आगे कहा कि डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर एंड फार्मर्स वेलफेयर ने इस एक्सटेंशन की सिफारिश की थी जिससे सबसे कमजोर परिवारों को सीधा फायदा होगा जिससे स्टेबल इनकम होगी, आर्थिक मुश्किलें कम होंगी और टिकाऊ कम्युनिटी एसेट्स बन पाएंगे।
प्रक्ता के मुताबिक एक्स्ट्रा एम्प्लॉयमेंट सपोर्ट को बदले हुए मैनेजमेंट प्रोटोकॉल और नरेगा सॉफ्ट, नेशनल एमआईएस सिस्टम के जरिए बेहतर मॉनिटरिंग के साथ लागू किया जाएगा जिसे एक्स्ट्रा काम के दिनों को रिकॉर्ड करने के लिए अपडेट किया जा रहा है।
(Udaipur Kiran) / सुमन लता