श्रीनगर, 22 नवंबर (Udaipur Kiran) । जम्मू-कश्मीर पुलिस की स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने शनिवार को एक ‘व्हाइट कॉलर’ टेरर मॉड्यूल केस के सिलसिले में एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान श्रीनगर शहर के बटमालू इलाके के रहने वाले तुफैल नियाज भट के रूप में हुई है। अधिकारियों ने बताया कि उसे ‘व्हाइट कॉलर’ टेरर मॉड्यूल केस की चल रही जांच के तहत गिरफ्तार किया गया। श्रीनगर पुलिस ने अक्टूबर के बीच में नौगाम के बनपोरा में दीवारों पर पुलिस और सुरक्षाबलों को धमकी देने वाले पोस्टर चिपकाने की जांच शुरू की जिसके बाद पूरे मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ।
सीनियर सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (श्रीनगर) डॉ. जी. वी. संदीप चक्रवर्ती ने खुद जांच को लीड किया और सीसीटीवी फुटेज से पहले तीन संदिग्धों आरिफ निसार डार उर्फ साहिल, यासिर-उल-अशरफ और मकसूद अहमद डार उर्फ शाहिद की गिरफ्तारी हुई। उनसे पूछताछ के बाद मौलवी इरफान अहमद की गिरफ्तारी हुई जो पहले पैरामेडिक था और अब इमाम है। उसने पोस्टर सप्लाई किए और डॉक्टरों को कट्टरपंथी बनाया। निशानदेही पर जांच करने वाले फरीदाबाद में अल फलाह यूनिवर्सिटी पहुंचे जहां डॉ. मुजफ्फर गनी और डॉ. शाहीन सईद को गिरफ्तार किया गया और 2,900 किलो विस्फोटक सामग्री जब्त की गई। जांच करने वालों का मानना है कि डॉक्टरों की एक मुख्य तिकड़ी डॉ. गनी, उमर नबी (10 नवंबर को लाल किले के पास विस्फोटकों से भरी कार का ड्राइवर, जिसमें 13 लोग मारे गए थे) और मुजफ्फर राथर (फरार) मॉड्यूल चला रहे थे।
(Udaipur Kiran) / बलवान सिंह