
जबलपुर, 22 नवंबर (Udaipur Kiran) । जबलपुर के खंदारी जलाशय में रहने वाले मगरमच्छों में से एक 200 किलो वजनी मगरमच्छ की मौत हो गई। उसकी उम्र करीब 70 साल थी और 16 फीट लंबा था। उसे खंदारी जलाशय के राजा के रूप में पहचाना जाता था। मगरमच्छ का पोस्ट मार्टम करने के बाद जबलपुर डीएफओ,रेंजर की मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया गया।
शनिवार सुबह जलाशय की निगरानी में लगे कर्मचारी ने मगरमच्छ को पानी पर उतराते देखा। उसने वन विभाग को सूचना दी। वन विभाग की टीम वेटनरी डॉक्टर के साथ दोपहर में जलाशय पहुंची और भारी मशक्कत के बाद मगरमच्छ का शव निकाला। यहीं मगरमच्छ का पोस्ट मार्टम किया। इसके बाद जलाशय के किनारे ही अंतिम संस्कार कर दिया गया।
बताया जा रहा है कि बीते एक सप्ताह से मगरमच्छ लोगों को नजर नहीं आ रहा था। नेचर पार्क में तैनात सुरक्षागार्ड भी इसे आसपास तलाश कर रहे थे। गश्त के दौरान शुक्रवार की शाम को एक सुरक्षागार्ड ने देखा कि जलाशय के किनारे मृत मगरमच्छ उतरा रहा है, पास जाकर देखा तो पता चला कि यह राजा था। जलाशय में आकर्षण का केंद्र रहे राजा को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते थे। ये अक्सर उस स्थान पर रहता था, जहां पर लोगों का हुजूम लगा रहता था। वन विभाग के मुताबिक उम्रदराज होने के कारण इसकी मौत हुई है। जबलपुर का खंदारी जलाशय 1883 में अंग्रेजों के समय में बना है। जलाशय के चारों तरफ जंगल होने के कारण पहले यह वन विभाग के पास था, पर कुछ सालों पहले इसे नगर निगम ने अपने अधिपत्य में ले लिया।
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(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक