Delhi

(अपडेट) सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर ‘यूनिटी मार्च’ में गूंजा एकता और देशभक्ति का संदेश

लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में पीतमपुरा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित यूनिटी मार्च में हिस्सा  लेते मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता

नई दिल्ली, 22 नवंबर (Udaipur Kiran) । दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आज लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित देश की एकता और अखंडता के संदेश को समर्पित ‘यूनिटी मार्च’ में भागीदारी की और सरदार पटेल के राष्ट्रनिर्माण के दूरदर्शी संदेश को नमन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के नेतृत्व में नागरिकों ने दो महत्वपूर्ण संकल्प लिए। पीतमपुरा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित यह भव्य मार्च अत्यंत उत्साह और देशभक्ति के वातावरण में संपन्न हुआ।

राष्ट्र भक्ति से ओत-प्रोत इस आयोजन में सांसद प्रवीण खंडेलवाल और विधायक तिलक राम गुप्ता सहित कई अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर सरदार पटेल को श्रद्धांजलि दी और उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प दोहराया। कार्यक्रम की शुरुआत शपथ ग्रहण समारोह से हुई, जिसमें मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों और नागरिकों ने दो महत्वपूर्ण संकल्प लिए। पहला, ‘स्वदेशी के लिए शपथ’, जिसके तहत देश में निर्मित उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देने का संकल्प लिया गया और दूसरा, ‘नशा मुक्त भारत’ के लिए सामूहिक शपथ, जिसका उद्देश्य एक स्वस्थ और सशक्त राष्ट्र का निर्माण करना है।

समारोह में बच्चों द्वारा संगीत और नृत्य की मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। उन्होंने देशभक्ति और राष्ट्रीय एकता के विषयों को खूबसूरती से उजागर किया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण ‘मार्च फॉर यूनिटी’ रहा, जिसमें मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने पीतमपुरा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स से भाग लिया। यह मार्च सरदार पटेल के ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के दूरदर्शी दृष्टिकोण का एक जीवंत और प्रेरणादायक प्रदर्शन था।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘यूनिटी मार्च’ उस अद्भुत भावना का प्रतीक है, जिसने सरदार वल्लभभाई पटेल जी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत के बिखरे हुए हिस्सों को एकजुट कर एक अखंड राष्ट्र का स्वरूप गढ़ा। उनकी यह विरासत हमेशा प्रेरित करती रहेगी।

मुख्यमंत्री ने उपस्थित जनसमूह से आह्वान किया कि हम सब मिलकर संकल्प लें कि उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए एकता, अखंडता और समरसता के भाव के साथ भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। हमें यह सुनिश्चित करना है कि देश के हर नागरिक के दिल में राष्ट्रीय एकता की भावना सर्वोपरि रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि देशभक्ति केवल प्राण देने से नहीं बल्कि रोजमर्रा के कार्यों से देश के लिए जीने से साबित होती है। उन्होंने युवाओं और नागरिकों से आह्वान किया कि वे राष्ट्र निर्माण में सक्रिय योगदान दें।

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(Udaipur Kiran) / धीरेन्द्र यादव