Maharashtra

ठाणे डीएम कार्या से विद्यार्थियों को बांटे हेलमेट,बताया सुरक्षा जरूरी

Helmet distributed students Thane DM office

मुंबई, 21 नवंबर (Udaipur Kiran) । ठाणे जिला जिलाधिकारी डॉ. श्रीकृष्ण पांचाल ने आज कहा कि सड़क हादसों में होने वाली मौतों में युवाओं की बढ़ती हिस्सेदारी चिंता की बात है और इस पर असरदार कंट्रोल पाने के लिए हेलमेट के इस्तेमाल के बारे में समाज में बड़े पैमाने पर जागरूकता फैलाना बहुत ज़रूरी है। वे चित्रमेध विजन और डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर ऑफिस, डिस्ट्रिक्ट इन्फॉर्मेशन ऑफिस, पुलिस डिपार्टमेंट, सब-रीजनल ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट, डिस्ट्रिक्ट काउंसिल ठाणे द्वारा मिलकर ठाणे डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर के परिसर में डिस्ट्रिक्ट प्लानिंग बिल्डिंग के ऑडिटोरियम में आयोजित हेलमेट बांटने के प्रोग्राम में बोल रहे थे।

‘हेलमेट मैन ऑफ इंडिया’ के नाम से मशहूर इस प्रोग्राम में शामिल हुए। राघवेंद्र कुमार चीफ गेस्ट के तौर पर मौजूद थे, उनके साथ कल्याण-डोंबिवली म्युनिसिपल कमिश्नर अभिनव गोयल, उल्हासनगर म्युनिसिपल कमिश्नर मनीषा अव्हाले, भिवंडी म्युनिसिपल कमिश्नर अनमोल सागर, लेफ्टिनेंट कर्नल विवेक तिवारी, IT एक्सपर्ट पवन द्विवेदी, लेफ्टिनेंट कर्नल मोहित गौर (रिटायर्ड), डिस्ट्रिक्ट इन्फॉर्मेशन ऑफिसर मनोज सनप, डिस्ट्रिक्ट स्पोर्ट्स ऑफिसर सुवर्णा बार्टक्के, चित्रमेध विजन के ऑर्गेनाइजर बबन लाटे और विशाल लाटे के साथ ठाणे पुलिस स्कूल के बड़ी संख्या में प्राइमरी के स्टूडेंट्स और पेरेंट्स मौजूद थे।

इस पहल की तारीफ करते हुए डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर डॉ. पांचाल ने कहा, “ठाणे में बच्चों को हेलमेट बांटने की ऐसी पहल पहली बार हो रही है, जो बहुत अच्छी बात है। आमतौर पर, 18 साल के बाद गाड़ी चलाने लायक होने पर युवाओं में हेलमेट का इस्तेमाल बढ़ जाता है। लेकिन राघवेंद्र कुमार का ‘बचपन से हेलमेट की आदत’ का कॉन्सेप्ट बच्चों में सेफ्टी की भावना पैदा करना है। अगर आज बच्चों में अवेयरनेस पैदा की जाए, तो भविष्य में वे खुद भी हेलमेट का सही इस्तेमाल करेंगे और समाज में भी इसे फैलाएंगे।

उन्होंने यह भी बताया कि सड़क हादसों में मौतों की बढ़ती संख्या गंभीर है और हेलमेट का इस्तेमाल इसका सबसे आसान और असरदार हल है। उन्होंने राघवेंद्र कुमार के 2 लाख हेलमेट बांटने के कैंपेन की भी तारीफ़ की और उन्हें शुभकामनाएं दीं।जिले के कलेक्टर डॉ. पांचाल ने स्टूडेंट्स से अपील की कि प्रोग्राम में हेलमेट पाने वाले स्टूडेंट्स घर जाते समय अपने माता-पिता और रिश्तेदारों को हेलमेट न पहनने के खतरों और इसके इस्तेमाल की अहमियत के बारे में बताएं, और बिना हेलमेट वाले लोगों को सही गाइडेंस भी दें।राघवेंद्र कुमार ने इस पहल की शुरुआत और हेलमेट के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के अपने अनुभव शेयर किए। उन्होंने कहा, “अगर बच्चों में छोटी उम्र से ही हेलमेट पहनने की आदत डाल दी जाए, तो वे बड़े होकर कभी भी बिना हेलमेट के गाड़ी नहीं चलाएंगे। इससे भविष्य में एक्सीडेंट में होने वाली मौतों की संख्या निश्चित रूप से कम होगी।”इस प्रोग्राम में डिस्ट्रिक्ट इन्फॉर्मेशन ऑफिसर मनोज सनप ने बहादुर शहीद कैप्टन विनायक गोर के जीवन पर देशभक्ति पर आधारित एक वन-एक्ट प्ले पेश किया। इस प्रेजेंटेशन ने स्टूडेंट्स को देशभक्ति का असरदार मैसेज दिया। प्रोग्राम के आखिर में, मौजूद लोगों को सिंबॉलिक तौर पर हेलमेट देकर सम्मानित किया गया।

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(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा