
धमतरी , 21 नवंबर (Udaipur Kiran) । छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के 2024 – 25 की राज्य प्रशासनिक सेवा परीक्षा में धमतरी शहर के गणेश चौक निवासी अनंत गुप्ता ने 26 वीं रैंक हासिल कर जिले और परिवार को गौरवान्वित किया है। मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके अनंत को तीसरे प्रयास में सफलता मिली है।
शहर के गणेश चौक निवासी ज्वेलरी व्यवसाई राजेंद्र गुप्ता एवं रंजना गुप्ता के बेटे अनंत गुप्ता ने राज्य प्रशासनिक सेवा परीक्षा 2024 – 25 में 723.5 अंक अर्जित कर पूरे प्रदेश में 26 वीं रैंक हासिल की है। अनंत गुप्ता स्कूल जीवन से ही पढ़ाई में मेधावी रहे। उन्होंने शहर के मेनोनाइट सीनियर सेकेंडरी स्कूल से पढ़ाई की। इसके बाद शंकराचार्य इंजीनियरिंग कालेज भिलाई दुर्ग से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बी टेक कर आगे की पढ़ाई की। वर्ष 2021 में इंजीनियरिंग से उत्तीर्ण होने के बाद सीजीपीएससी की पढ़ाई में जुट गए।
अनंत गुप्ता ने बताया कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने प्रशासनिक सेवा को चुना है। तीन वर्षों से सीजीपीएससी की तैयारी कर रहे थे। पिछली बार इंटरव्यू में कम नंबर आने की वजह से रैंक नहीं लगा था। इस बार उचित रणनीति के साथ रोज नौ से 10 घंटे पढ़ाई करते थे। इंजीनियरिंग के अंतिम वर्ष में राज्य प्रशासनिक सेवा के बारे में जानकारी मिली और इसमें नौकरी की विविधता को समझा। इसके बाद बड़ी बहन गरियाबंद तहसीलदार अवंतिका गुप्ता के विशेष मार्गदर्शन से पीएससी की पढ़ाई में लगे। इन्होंने अनुशासन को पढ़ाई का मूलमंत्र बताते हुए कहा कि इससे बड़े से बड़े लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता हैं। एक साल रायपुर के सेंट्रल लाइब्रेरी में बैठकर पढ़ाई की। इसके बाद धमतरी में ही रहकर नियमित सेल्फ स्टडी किया। रोज पढ़ाई के दौरान 25 से 30 मिनट मेडिटेशन करते थे। इन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता – पिता, दोनों बहन, चाचा – चाची, शिक्षकों और अपने मित्रों को दिया है। इनके समग्र प्रेरणा से यह सफलता प्राप्त की है। सीजीपीएससी की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए कहा कि अपने लक्ष्य के प्रति अडिग और अटल रहे। उचित रणनीति बनाएं। रोज टेस्ट दें ताकि अपनी गलतियों का पता चल सके। लगन के साथ नियमित पढ़ाई करें और पढ़ाई के दौरान हर एक से डेढ़ घंटे के बाद 10 से 15 मिनट का ब्रेक लें।
अनंत गुप्ता ने बताया कि इंटरव्यू लेने वाली पैनल में चार सदस्य थे। इंटरव्यू के दौरान असफलता का जीवन में क्या महत्व है पूछा गया। समाज में नारी सशक्तीकरण कैसे लाएंगे। एसडीएम के रूप में क्या कार्य करेंगे। पिछड़े वर्ग को मुख्य धारा में लाने क्या प्रयास करेंगे। डिजिटल साक्षरता को लेकर सवाल पूछे गए। स्वजन राजेंद्र गुप्ता, राजकुमार गुप्ता, रामकुमार गुप्ता एवं राजेश गुप्ता ने बताया कि सीजीपीएससी परीक्षा में बेटे की सफलता से गर्व महसूस हो रहा है। परिवार में खुशी का माहौल है। पढ़ाई – लिखाई का जीवन में विशेष महत्व है। प्रशासनिक स्तर के अधिकारी बनकर समाज में सुधार लाया जा सकता हैं। तीनों बच्चें पढ़ाई में शुरू से मेधावी है। दोनों बेटी अवंतिका और आंचल गोल्ड मेडलिस्ट है। मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं। बच्चों की सफलता से हमारा सपना साकार हो गया। यह हमारे लिए गर्व का पल है।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा