
मुंबई, 21नवंबर ( हि.स.) । बढ़ती उम्र के साथ पुरुषों में प्रोस्टेट बढ़ना आम बात है। इस बीमारी के लक्षण ज़्यादातर पचास साल से ज़्यादा उम्र के पुरुषों में पाए जाते हैं। एक ग्लोबल सर्वे में पता चला है कि इस बढ़े हुए प्रोस्टेट ग्लैंड में कैंसर की दर काफी ज़्यादा है। यूरोलॉजिस्ट डॉ. हर्षवर्धन गोडबोले ने छत्रपति शिवाजी महाराज हॉस्पिटल में लगाए गए कैंप में बताया कि रोबोटिक डिवाइस के ज़रिए प्रोस्टेट बढ़ने की सर्जरी करना आसान है।
इस प्रोग्राम में सीनियर एक्टर डॉ. गिरीश ओक, सीनियर जर्नलिस्ट मिलिंद बल्लाल, हॉस्पिटल की डायरेक्टर डॉ. स्वप्नाली कदम और ऑप्थैल्मोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड डॉ. राकेश बारोट मौजूद थे।
पूरी दुनिया में नवंबर महीने में एक हफ़्ते के लिए प्रोस्टेट अवेयरनेस वीक मनाया जाता है। यह हफ़्ता हाल ही में ठाणे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के छत्रपति शिवाजी महाराज हॉस्पिटल में भी मनाया गया। इस मौके पर लंदन के यूरोलॉजिस्ट डॉ. हर्षवर्धन गोडबोले का गाइडेड लेक्चर ऑर्गनाइज़ किया गया। इस प्रोग्राम में एक्टर डॉ. गिरीश ओक, सीनियर जर्नलिस्ट मिलिंद बल्लाल वगैरह मौजूद थे।
इस कैंप में, इस बीमारी से परेशान कुल 50 मरीज़ों की एक्सपर्ट डॉक्टरों ने जांच की। ब्लड टेस्ट और इस बीमारी के लिए ज़रूरी खास टेस्ट के बाद, मरीज़ों को दवा और दूसरे इलाज के बारे में सही गाइडेंस दी गई। हॉस्पिटल में समय-समय पर मरीज़ों की प्रोस्टेट बीमारी की जांच और इलाज किया जाता है। इस कैंप से लोगों में प्रोस्टेट बीमारी के बारे में अवेयरनेस फैलाने में मदद मिली।
एक्टर डॉ. गिरीश ओक ने कहा कि प्रोस्टेट बीमारी के मामले पुरुषों में ज़्यादा देखे जाते हैं। इस बीमारी का समय पर इलाज करवाना ज़रूरी है और यह बहुत ही तारीफ़ के काबिल पहल है कि छत्रपति शिवाजी महाराज हॉस्पिटल ने लोगों में अवेयरनेस फैलाने के लिए ऐसा कैंप ऑर्गनाइज़ किया है। सीनियर जर्नलिस्ट मिलिंद बल्लाल ने भी इस पहल की तारीफ़ की।
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(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा