Chhattisgarh

धमतरी : एसआईआर नियमों में उलझे मतदाता, बीएलओ की बढ़ी परेशानियां

धमतरी शहर के सोरिद वार्ड में फार्म जमा करते हुए वार्डवासी।

धमतरी धमतरी, 21 नवंबर (Udaipur Kiran) । जिले में चल रहे एसआईआर (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) कार्य को लेकर मतदाताओं में भारी भ्रम की स्थिति बनी हुई है। सही जानकारी और स्पष्ट मार्गदर्शन नहीं मिलने के कारण कई लोग फॉर्म भरने में दिक्कतों का सामना कर रहे हैं। स्थिति यह है कि परेशान मतदाता उलटे बीएलओ को ही खरी-खाेटी सुना रहे हैं, जिससे बीएलओ और इस कार्य में लगे कर्मचारियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं।

निर्वाचन आयोग के निर्देश पर जिले में बीते सप्ताह से एसआईआर का काम जारी है। इसके लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बीएलओ की जिम्मेदारी दी गई है, जो घर-घर जाकर मतदाताओं को एसआईआर फॉर्म बांटकर उसे जल्द जमा करने की अपील कर रही हैं। लेकिन शहर के कई वार्डों में कम पढ़े-लिखे नागरिकों को प्रक्रिया की सही जानकारी न होने से वे फॉर्म भरने में असमर्थ हैं।

गुरुवार को ऐसी ही समस्या से जूझ रही एक बीएलओ निगम कार्यालय पहुंची और अपना दुख साझा करते हुए भावुक हो उठी। उनका कहना था कि लगातार नाराजगी झेलने और विभागीय दबाव के कारण उनके लिए काम करना बेहद कठिन होता जा रहा है। कई बीएलओ भी इसी तरह की परेशानियों से गुजर रहे हैं, लेकिन शिकायत करने से हिचकिचा रहे हैं।

शहर के नागरिक जयकुमार देवांगन, अजय वर्मा, गोपाल साहू सहित अन्य नागरिकों ने बताया कि वे तीसरी कक्षा तक पढ़े हैं, 2003 की मतदाता सूची में उनका नाम नहीं है, माता-पिता जीवित नहीं हैं और उनके पास कोई प्रमाण दस्तावेज भी नहीं है। ऐसे में वे एसआईआर फार्म कैसे भरें, यह उनकी सबसे बड़ी चिंता है। नागरिकों ने शासन से नियमों में शिथिलता और सही मार्गदर्शन के लिए शिविर लगाने की मांग की है। उधर, बीएलओ का कहना है कि उन्हें ऐसी 2003 की मतदाता सूची दी गई है, जिनमें कई नाम दूसरे वार्ड के हैं। इससे सूची में दर्ज लोगों को खोजने में ही उनका पूरा समय निकल जाता है। ऐसे में वे न फार्म सुचारु रूप से बांट पा रहे हैं, न ही उन्हें जांचकर ऑनलाइन अपलोड कर पा रहे हैं। बीएलओ और मतदाताओं की परेशानी को देखते हुए स्थानीय लोगों ने निर्वाचन विभाग से तत्काल व्यवस्था सुधारने और स्पष्ट मार्गदर्शन उपलब्ध कराने की मांग की है।

(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा