
नई दिल्ली, 21 नवंबर (Udaipur Kiran) । दिल्ली के सेंट कोलंबस स्कूल, अशोक नगर के कक्षा 10 के 16 वर्षीय छात्र शौर्य ने 18 नवंबर को राजेंद्र प्लेस मेट्रो स्टेशन से कूदकर आत्महत्या कर ली। जिस पर शुक्रवार को अभिभावक, परिजन और छात्रों ने स्कूल के मुख्य गेट के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और शौर्य को न्याय दिलाने की मांग की।
शौर्य ने आत्महत्या से पहले एक लंबा सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें उसने स्कूल के कुछ शिक्षकों और प्रधानाध्यापक पर बार-बार अपमान करने, क्लास में जानबूझकर शर्मिंदा करने और मानसिक उत्पीड़न करने का गंभीर आरोप लगाया था। नोट में उसने लिखा था कि लगातार हो रहे इस मानसिक तनाव की वजह से वह जीने की इच्छा खो बैठा है।
शौर्य के चाचा ने एक बयान में कहा कि शौर्य आत्महत्या वाले दिन स्कूल काउंसलर से मिला था। उसने बताया था कि उसके दिमाग में सुसाइड के ख्याल आ रहे हैं। लेकिन काउंसलर ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और सिर्फ इतना कहा ‘ठीक है।’
शौर्य के परिजनों ने शिक्षकों को सिर्फ निलंबित करने या नौकरी से निकालने को काफी नहीं बताया। एक परिजन ने कहा कि इनको सिर्फ स्कूल से निकाल देने से क्या होगा? ये कल किसी दूसरे स्कूल में जाएंगे और किसी और मासूम की जिंदगी बर्बाद करेंगे। इन शिक्षकों को फांसी की सजा होनी चाहिए, ताकि आगे कोई शिक्षक सोचे भी न कि बच्चे के साथ ऐसा सुलूक कर सकता है।
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(Udaipur Kiran) / माधवी त्रिपाठी