


जयपुर, 19 नवंबर (Udaipur Kiran) । राजस्थान यूनिवर्सिटी में बुधवार को रिवैल्यूएशन फीस में हुई बढ़ोतरी को लेकर छात्र -छात्राओं के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने विद्यार्थियों को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया। राजस्थान यूनिवर्सिटी में दो अलग-अलग जगहों पर छात्र-छात्राओं प्रदर्शन चल रहा था। जिसमें एक गुट के करीब दस -बारह छात्र -छात्राएं कुलपति सचिवालय में उग्र प्रदर्शन करते हुए करीब छत पर चढ़ गए और रिवैल्यूएशन फीस में हुई बढ़ोतरी को लेकर नारेबाजी करने लगे। विरोध प्रदर्शन की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने छत पर चढ़े छात्र-छात्राओं को नीचे लाने के बाद लाठी-चार्ज किया। वहीं दूसरी ओर एडम ब्लॉक के बाहर शांति पूर्ण तरीके से धरना दे रहे छात्र -छात्राओं पर भी पुलिस ने अपना बल प्रयोग किया।
जानकारी के अनुसार बुधवार दोपहर करीब ढ़ाई बजे विश्व विद्यालय परिसर में स्थित प्रशासनिक भवन के बाहर कुछ छात्र-छात्राएं शांतिपूर्वक तरीके से जमीन पर दरी पट्टी पर बैठकर धरना दे रहे थे। इसी दौरान पुलिस के भारी जाप्ते ने चेतावनी देते हुए छात्राओं को खदेड़ दिया। इसी दौरान अपना पक्ष रखने पहुंचे एक छात्र पर पुलिस ने जमकर लाठी बरसा दी।इस पर पुलिस और स्टूडेंट्स में जमकर धक्का-मुक्की हो गई। कई छात्र गिर भी गए। पुलिस ने छात्र नेता शुभम रेवाड़ समेत 8 स्टूडेंट्स को हिरासत में लिया। इस कार्रवाई के विरोध में कुछ छात्राएं पुलिस की गाड़ी को रोकने के लिए उसके फ्रंट पर चढ़ गईं। वे पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगीं। मामला बढ़ता देख विश्वविद्यायल परिसर में अतिरिक्त पुलिस फोर्स बुलानी पड़ी । मौके पर पहुंची अतिरिक्त पुलिस फोर्स ने आते ही छात्र-छात्राओं को खदेडने के लिए लाठीचार्ज कर दिया।
विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्र-छात्राओं ने विश्व विद्यालय प्रशासन पर पुनर्मूल्यांकन शुल्क में भारी वृद्धि कर छात्र-छात्राओं पर आर्थिक बोझ बढ़ाने का आरोप लगाया।
विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्र नेता शुभम रेवाड़ ने बताया कि हम नोटों की माला पहनकर विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे है, क्योंकि इन्हीं रुपयों को लेने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों को परेशान कर रहा है। प्रशासन को सीधे बोल देना चाहिए, बार-बार गलत मार्किंग करके छात्रों को क्यों परेशान करते हो। वैसे भी बीते कुछ सालों में राजस्थान विश्वविद्यालय की पारदर्शिता की कमी और परीक्षा परिणामों में हो रही अनियमितताएं जगजाहिर हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों से जबरन वसूली कर रहा है। रिजल्ट में गड़बड़ी के कारण बड़ी संख्या में छात्रों को अगले सेमेस्टर में प्रमोशन नहीं दिया जा रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन शिकायत करने पर भी कोई सुनवाई नहीं करता। मजबूरन प्रदर्शन का रास्ता अपनाना पड़ा है। हम इस अन्याय के खिलाफ लड़ते रहेंगे।
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(Udaipur Kiran)