
नई दिल्ली, 19 नवंबर (Udaipur Kiran) । दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री रविंद्र इंद्राज सिंह ने बुधवार को कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर ने संविधान के जरिए न केवल अधिकार दिए, बल्कि भविष्य की दिशा तय करने वाला संविधान देकर देश की नींव को मजबूत किया। हमारा विश्वास है कि वर्ष 2047 तक भारत को विश्वगुरु और विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प भी संविधान की मूल भावना को आत्मसात कर ही पूरा किया जा सकता है। इसी दिशा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बाबा साहेब के गरीब एवं वंचित वर्ग के सशक्तीकरण और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने का सपना पूरा हो रहा है।
रविंद्र इंद्राज सिंह दिल्ली विश्वविद्यालय के श्यामा प्रसाद मुखर्जी महिला महाविद्यालय में संविधान दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कॉलेज के राष्ट्रीय सेवा योजना, सेंटर फॉर सोशल डेवलपमेंट और राजनीतिशास्त्र विभाग ने यह आयोजन किया। रविंद्र इंद्राज ने छात्राओं से संस्कृति, संविधान और राष्ट्र निर्माण को जीवन का लक्ष्य बनाने का आग्रह किया।
इंद्राज ने कहा कि बाबा साहेब ने अनेक कठिनाइयों के बीच विश्व में सबसे अधिक चर्चा का विषय बनने वाला ऐसा संविधान लिखा जो हर कमजोर और वंचित वर्ग को सुरक्षा और समानता देता है। उन्होंने उपस्थित छात्राओं से आग्रह किया कि पढ़ाई के साथ संविधान और देश के महापुरुषों के योगदान को भी जानें। युवा पीढ़ी को अपने अधिकारों और कर्तव्य दोनों के प्रति सजग होना चाहिए और अन्य लोगों को भी जागरूक करना चाहिए, ताकि समाज का प्रत्येक वर्ग समान अवसर प्राप्त करे। उन्होंने कहा कि हमें केवल संविधान को जानना नहीं है बल्कि संविधान को निभाना भी आवश्यक है।
मंत्री ने कहा कि हाल ही में दिल्ली सरकार ने भारतीय संस्कृति और राष्ट्रीय चेतना के प्रतीक राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ के 150 वर्ष पूरे होने पर भव्य आयोजन किया और अब संविधान दिवस पर भी दिल्ली में पहली बार आयोजन होने जा रहा है।
इस अवसर पर एसपीएम कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर नीलम गोयल, एसपीएम कॉलेज गवर्निंग बॉडी की अध्यक्ष प्रोफेसर सुदेशना मजूमदार, एनएसएस प्रोग्राम ऑफ़िसर डॉ. संतोष कुमार यादव, एनएसएस सह-समन्वयक डॉ. उर्मिल वत्स, अध्यक्ष, सेंटर फॉर सोशल डेवलपमेंट डॉ. राजकुमार फुलवारिया, राजनीति विज्ञान विभाग की टीआईसी डॉ. अम्ना मिर्ज़ा उपस्थित रहीं, छात्राओं श्रेया दुबे, प्रिया, लावण्या, चारू बंसल और अक्षरा ने संयोजन किया।
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(Udaipur Kiran) / धीरेन्द्र यादव