
– पीएचई मंत्री संपतिया उइके होंगी संचालक मण्डल की निदेशक
– मुख्यमंत्री ने जल निगम के संचालक मण्डल की 25वीं बैठक में प्रस्तावों का किया अनुमोदन
भोपाल, 17 नवम्बर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि जल निगम अपनी गतिविधियों में तेजी लाए और निर्माणाधीन कामों को जल्द से जल्द पूरा करें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सोमवार शाम को मंत्रालय में म.प्र. जल निगम के संचालक मंडल की 25वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने बैठक में विभिन्न प्रस्तावों का अनुमोदन किया। बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री सम्पतिया उइके भी उपस्थित थीं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पीएचई मंत्री सम्पतिया उइके को म.प्र. जल निगम की महिला निदेशक के रूप में नियुक्ति प्रस्ताव का अनुमोदन किया। मुख्यमंत्री ने कैप्टिव मोड के अंतर्गत 100 मेगावॉट ग्रिड-माउंटेड सोलर फोटोवोल्टिक विद्युत परियोजना विकसित करने गठित प्रोजेक्ट कंपनी में मध्य प्रदेश जल निगम का प्रतिनिधित्व करने के लिए प्रबंध संचालक को अधिकृत करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी।
जल निगम के अधिकारी द्वारा बताया गया कि यह परियोजना मंदसौर जिले में करीब 315 एकड़ रकबे में नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग के अधीन स्थापित की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कैप्टिव मोड के अंतर्गत ही 100 मेगावॉट ग्रिड-माउंटेड सोलर फोटोवोल्टिक विद्युत परियोजना विकसित करने के लिए गठित प्रोजेक्ट कंपनी में मध्यप्रदेश जल निगम मर्यादित द्वारा 26 प्रतिशत इक्विटी शेयर रखने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निगम के वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट का अनुमोदन भी किया। साथ ही वित्तीय वर्ष 2023-24 के अनअंकेक्षित वार्षिक लेखाओं को अनुमति प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। इसके अलावा वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए वैधानिक लेखा परीक्षक के रूप में चयनित फर्म की सीएजी द्वारा नियुक्ति को कार्योत्तर स्वीकृति भी दी गई।
बैठक में मुख्य सचिव अनुराग जैन, अपर मुख्य सचिव नीरज मंडलोई, अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, अपर मुख्य सचिव मनीष रस्तोगी, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य संदीप यादव, जल निगम के अधिकारी कोलसानी सहित निगम के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) तोमर