RAJASTHAN

विशेष बच्चों को पुन: समाज की मुख्य धारा में जोडऩा हमारा कर्त्तव्य: न्यायाधिपति संदीप मेहता

jodhpur

राजकीय संप्रेक्षण एवं किशोर गृह में नवनिर्मित कौशल प्रशिक्षण कक्ष का लोकार्पण

जोधपुर, 17 नवम्बर (Udaipur Kiran) । सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधिपति संदीप मेहता एवं न्यायाधिपति विजय बिश्नोई ने राजकीय संप्रेक्षण एवं किशोर गृह मगरा पूंजला जोधपुर में नवनिर्मित कौशल प्रशिक्षण कक्ष का लोकार्पण किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता राजस्थान उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजीव प्रकाश शर्मा ने की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश संदीप मेहता ने कहा कि समाज की विषम परिस्थितियों की वजह से कुछ बच्चे बाल संरक्षण संस्थानों में आते हैं, हमारी यह जिम्मेदारी बनती है कि उन बच्चों को स्वावलंबी बनाकर पुन: समाज की मुख्य धारा में जोडऩा चाहिए। सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश विजय बिश्नोई ने कहा कि द्देखभाल एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों को सुयोग्य बनाकर उनके भविष्य के निर्माण में बाल परामर्श एवं कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र की सराहनीय भूमिका है।

राजस्थान उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजीव प्रकाश शर्मा ने कहा कि वर्तमान एवं भविष्य की आवश्यकता को देखते हुए कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम को नई आधुनिक टेक्नोलॉजी से जोड़ा जाना चाहिए। कार्यक्रम में स्वागत भाषण किशोर न्याय समिति के सदस्य न्यायाधिपति इंद्रजीत सिंह ने दिया। कार्यक्रम को न्यायाधिपति विनीत कुमार माथुर, किशोर न्याय समिति के न्यायाधिपति मनोज कुमार गर्ग ने संबोधित किया। न्यायाधिपति रेखा बोराणा ने आभार व्यक्त किया।

प्रशिक्षण कोर्स कार्यक्रम शुरू

लोकार्पण कार्यक्रम के बाद बाल परामर्श एवं कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित उन्नयन कार्यक्रम में देखभाल एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों तथा बालिका गृह एवं नारी निकेतन की बच्चियों के लिए राजस्थान राज्य कौशल विकास निगम द्वारा कुकिंग कोर्स, संभली ट्रस्ट द्वारा सिलाई प्रशिक्षण, सॉफ्टटेक कंप्यूटर द्वारा बेसिक ग्राफिक डिजाइन, श्री स्ट्राइव फाउंडेशन द्वारा बैग मेकिंग कोर्स प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधिपति कुलदीप माथुर, न्यायाधिपति योगेंद्र कुमार पुरोहित, न्यायाधिपति सुनील बेनीवाल, न्यायाधिपति मुकेश राजपुरोहित, न्यायाधिपति संदीप शाह, न्यायाधिपति बलजिंदर सिंह संधू, राजस्थान उच्च न्यायालय के रजिस्टार जनरल चंचल मिश्रा, प्रमुख सचिव मुख्य न्यायाधीश अजय कुमार सिंह, शैलेंद्र व्यास, ओम प्रकाश शर्मा, राजीव चौधरी, रणबीर सिंह मिर्धा, सीमा मेवाड़ा, बृजेंद्र रावत, तोषिता मालानी, बालकृष्ण कटारा, अभिषेक कुमार, अजय शर्मा, अमित कुमार बाल अधिकारिता विभाग के संयुक्त निदेशक दिलबाग सिंह उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran) / सतीश