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कृषि विश्वविद्यालय : वर्तमान का सदुपयोग करेगा भविष्य की दिशा तय: कुलगुरु प्रो. जैतावत

jodhpur

जोधपुर, 17 नवम्बर (Udaipur Kiran) । कृषि विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो (डॉ.) वीएस जैतावत ने कहा कि वर्तमान समय का किया गया सदुपयोग ही भविष्य की दिशा तय करेगा। आज का समय कठिन प्रतियोगिताओं का दौर है ऐसे में कौशल एवं व्यक्तित्व विकास की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका हैं। कुलगुरु प्रोफेसर जैतावत आईसीएआर, नई दिल्ली की एससी-एसपी योजना के तहत कृषि महाविद्यालय की ओर से डेयरी एवं खाद प्रौद्योगिकी महाविद्यालय में आयोजित सात दिवसीय कार्यशाला राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए कौशल एवं व्यक्तित्व विकास के उद्घाटन समारोह के दौरान विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत कौशल विकास पर अधिक फोकस किया गया है ताकि विद्यार्थी एंटरप्रेन्योरशिप की दिशा में आगे बढ़े। उन्होंने विद्यार्थियों को लाइब्रेरी का अधिक से अधिक उपयोग कर ज्ञान अर्जन करने की भी बात कही। कार्यक्रम में उपस्थित कृषि महाविद्यालय जोधपुर के डीन डॉ जेआर वर्मा ने कहा कि बेहतर करियर के लिए शैक्षणिक योग्यता के साथ-साथ व्यवहारिक दक्षता भी अत्यंत आवश्यक है। ऐसी प्रशिक्षण विद्यार्थियों को आत्मविश्वास के साथ आत्मनिर्भरता की राह में आगे बढ़ते हैं।

विशेषज्ञ करेंगे विद्यार्थियों को प्रशिक्षित

इस दौरान डॉ. नलिनी रामावत ने बताया कि सात दिवसीय कार्यक्रम का उद्देश्य व्यक्तित्व विकास, रोजगारोन्मुखी कौशल और सॉफ्ट स्किल का संवर्धन करना है, ताकि विद्यार्थी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद को साबित कर सके। डॉ. रामावत ने बताया कि सात दिन के कार्यक्रम के दौरान कौशल विकास के लिए विविध क्षेत्रों के विशेषज्ञ विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करेंगे।

इस दौरान मौके पर उपस्थित निदेशक एचआरडी डॉ महेंद्र कुमार ने विद्यार्थियों को कहा कि मशीनी युग में रोजगार के लिए अत्यधिक चुनौतियां हैं ऐसे में विद्यार्थी जीवन में मिले ऐसे प्लेटफार्म का अधिक से अधिक लाभ लेकर दक्षता हासिल करें। उद्घाटन समारोह के दौरान प्रशिक्षक पुस्तिका का विमोचन भी अतिथियों ने किया। प्रशिक्षण के प्रथम दिन मोटिवेशनल स्पीकर अरविंद भट्ट एवं हार्टफुलनेस संस्था की ओर से डॉ विमला श्योराण ने प्रशिक्षण दिया।

(Udaipur Kiran) / सतीश