Uttar Pradesh

मां ने लगाई मासूम के जीवन की गुहार, मुख्यमंत्री योगी ने तत्काल करवाई इलाज की व्यवस्था

जनसुनवाई करते मुख्यमंत्री योगी

लखनऊ, 17 नवम्बर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को जनता दर्शन में लोगों की समस्याओं को सुनकर समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। ‘जनता दर्शन’ में प्रदेश भर से 60 से अधिक फरियादी आए। मुख्यमंत्री ने सभी के पास पहुंचकर उनकी शिकायतें सुनीं और अधिकारियों को समय से निराकरण का निर्देश दिया।

लखनऊ के राजेंद्र नगर, ऐशबाग की रहने वाली एक महिला सोमवार सुबह मुख्यमंत्री आवास में लगाए गए ‘जनता दर्शन’ में पहुंचीं। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बताया कि उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। वे किराए के मकान में रहकर अत्यंत सीमित संसाधन में जीवन-यापन कर रही हैं। उनके सात माह के मासूम को हृदय से संबंधित बीमारी है। उसके इलाज के लिए आर्थिक सहायता कर दी जाए। मुख्यमंत्री ने उस बच्चे को दुलारा-पुचकारा और महिला को आश्वस्त किया कि आप बेफिक्र रहिए, सरकार मदद करेगी।

इसके बाद मुख्यमंत्री ने उस बच्चे को तत्काल एम्बुलेंस से केजीएमयू भिजवाया और वहां कुलपति को निर्देशित किया कि बच्चे के उपचार की तत्काल व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री के आदेश के उपरांत वहां मासूम का इलाज प्रारम्भ हो गया है।

–आपके परिवार की जिम्मेदारी सरकार पर

‘जनता दर्शन’ में बुलंदशहर निवासी अर्धसैनिक बलों के जवान भी पहुंचे। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपनी जमीन के कब्जे संबंधी शिकायत की। इस पर मुख्यमंत्री ने उनसे प्रार्थना पत्र लिया और कहा कि आपकी ड्यूटी देश की सीमा या देश की आंतरिक सुरक्षा में लगी होगी, आप ड्यूटी निभाइए। आपके परिवार की जिम्मेदारी सरकार पर है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इस मामले की जांच कराने और जल्द समाधान का निर्देश दिया।

–‘जनता दर्शन’ में आए 60 से अधिक फरियादी

‘जनता दर्शन’ में सोमवार को प्रदेश भर के 60 से अधिक फरियादी पहुंचे। मुख्यमंत्री स्वयं सभी के पास पहुंचे। एक-एक करके सभी का प्रार्थना पत्र लिया और समस्याएं सुनीं, फिर संबंधित अधिकारियों को निराकरण के आदेश दिए। इस दौरान जमीन कब्जा, आर्थिक सहयोग, पुलिस, बिजली समेत अनेक विभागों से जुड़ी समस्याओं को लेकर लोग पहुंचे थे। सीएम ने फरियादियों को आश्वस्त किया कि आपकी सुरक्षा और सेवा सरकार का कर्तव्य है। सरकार पहले दिन से ही इस इस ध्येय के साथ कार्य कर रही है।

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(Udaipur Kiran) / दिलीप शुक्ला