
संभल, 16 नवंबर (Udaipur Kiran) । संभल की जामा मस्जिद को श्रीहरिहर मंदिर होने का न्यायालय में दावा करने वाले याचिकाकर्ता महंत ऋषिराज गिरी महाराज ने 19 नवंबर को पदयात्रा का ऐलान किया है। यह पदयात्रा उनके न्यायालय में दावे के एक वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में आयोजित की जा रही है। इसमें हजारों लोगों को शामिल कर हरिहर मंदिर परकोटे की परिक्रमा करने की योजना है।
प्राचीन मां कैलादेवी धाम के महंत एवं अंतर्राष्ट्रीय हरिहर सेवा के संस्थापक अध्यक्ष महंत ऋषिराज गिरि ने रविवार काे मां कैलादेवी धाम पर एक प्रेस वार्ता में यह घोषणा की। उन्होंने बताया कि इस पदयात्रा का उद्देश्य अधिक से अधिक सनातनियों तक इसकी सूचना पहुंचाना और लोगों को इसका लाभ दिलाना है। उन्होंने हिंदुओं से हरिहर स्थल की परिक्रमा करने का आह्वान किया।
महंत गिरी ने जोर देकर कहा कि यह पदयात्रा शांतिपूर्ण होगी और न्यायालय पर उनके पूर्ण विश्वास का प्रतीक है। उन्होंने कहा, कोई भड़काऊ नारा नहीं होगा, जिससे किसी के दिल को दुख पहुंचे या कोई आहत हो। उन्होंने प्रशासन से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि पदयात्रा कराना उनका कार्य है और प्रशासन चाहे तो इसे रोक सकता है या सुचारू रूप से करा सकता है।
उन्होंने संदेश दिया कि हरिहर मंदिर था, है और रहेगा। 19 नवंबर का दिन इसलिए चुना गया है क्योंकि इस दिन दावे को एक वर्ष पूरा हो जाएगा और भविष्य में यहां कल्कि भगवान का अवतार होना है।
महंत ऋषिराज गिरी ने विश्वास व्यक्त किया कि उन्हें न्यायालय पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा, जैसे हम राम मंदिर जीते हैं, उसी तरह आने वाले समय में न्यायालय से इसे मुक्त कराएंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि सबूतों के आधार पर और हरिहर भगवान की कृपा से सही फैसला हिंदुओं के पक्ष में आएगा।
याचिकाकर्ता होने के कारण वे विवादित स्थल के अंदर नहीं जा रहे हैं, क्योंकि मामला कोर्ट में विचाराधीन है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब वे परकोटे की परिक्रमा भी नहीं कर सकते, तो दूसरे लोग उसके अंदर नमाज कैसे पढ़ रहे हैं। उन्होंने मांग की कि यदि वह स्थल विवादित है तो वहां नमाज बंद होनी चाहिए, और यदि नहीं है तो उन्हें परिक्रमा की अनुमति मिलनी चाहिए।
(Udaipur Kiran) / Nitin Sagar