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मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में हजारों महिलाओं ने किया महिषासुर मर्दिनी पाठ

कश्मीरी गेट स्थित यमुना नदी के वासुदेव घाट पर रविवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में हजारों महिलाएं महिषासुर मर्दिनी पाठ  करते हुए
वासुदेव घाट पर महाशक्ति आराधना कार्यक्रम’ को संबोधित करती मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता

नई दिल्ली, 16 नवंबर (Udaipur Kiran) । दिल्ली के कश्मीरी गेट स्थित यमुना नदी के वासुदेव घाट पर रविवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में हजारों महिलाओं ने यमुना मैया के तट पर महिषासुर मर्दिनी का पाठ किया। सस्वर पाठ करती इन महिलाओं का स्पष्ट संदेश था कि कोई आतंकी, कोई जिहादी, कोई देशद्रोही, जो दिल्ली को डराने की कोशिश करे, वह न दिल्ली को डरा सकता है, न देश को डरा सकता है।

वासुदेव घाट पर आयोजित इस भव्य व आध्यात्मिक ‘महाशक्ति आराधना कार्यक्रम’ में मुख्यमंत्री ने सभी सखियों, बहनों का आह्वान किया कि आज समाज को और देश को आपकी जरूरत है। इसलिए आगे आकर दुर्गा का रूप धारण कर आप लोग अपनी भूमिका निश्चित करें और मिलकर राष्ट्र-निर्माण के काम में आगे बढ़कर अपना दायित्व भी निभाएं।

दिल्ली से गुजरने वाली पौराणिक नदी यमुना पर ऐसा कार्यक्रम आजादी के बाद पहली बार हुआ है। दिल्ली सरकार के कला, संस्कृति एवं भाषा विभाग, (दिल्ली संस्कृत अकादमी) व विश्वमांगल्य सभा और के संयुक्त आयोजन में मुख्यमंत्री के अलावा केंद्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा तथा कला, संस्कृति एवं भाषा मंत्री कपिल मिश्रा विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए।

इस आयोजन में महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र और यमुना की महाआरती ने पूरे वातावरण को भक्तिभाव व राष्ट्र-प्रेम से भर दिया। हजारों की संख्या में दिल्ली की महिलाएं, परिवार और श्रद्धालु इस दिव्य आयोजन का हिस्सा बने। इस अवसर पर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने समाज और राष्ट्र के निर्माण में महिलाओं की भूमिका पर संदेश देते हुए कहा कि आज यदि साधारण परिवार से आई हुई एक बेटी इस राज्य के मुख्यमंत्री के पद तक पहुंच सकती है तो आप में से कोई भी अपने मन चाहे आकाश को पा सकता है, केवल थोड़ा सा हाथ बढ़ाकर आगे आने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि अपने स्वयं के इस चक्रव्यूह से निकलकर थोड़ा सा आगे देखें और अपनी जिम्मेदारियों को समझें। यह जिम्मेदारी वह है जहां परिवार के साथ-साथ देश के प्रति भी जिम्मेदारी का भाव पैदा हो। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम आयोजकों को शुभकामनाएं दीं और उन्हें विश्वास दिलाया कि वह दिन दूर नहीं जब मां यमुना अपने अविरल रूप में दिल्ली से लेकर आगे के पूरे पथ पर दिखाई देंगी।

कपिल मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में चाहे वह तीज का कार्यक्रम हो, नवरात्री के गरबा उत्सव हों, दीपावली का महोत्सव हो, छठ की पूजा हो या आज यहां महिषासुर मर्दिनी का पाठ। ऐसा आयोजिन दिल्ली के इतिहास में कभी पहले न देखा, न सुना। उन्होंने कहा कि मातृशक्ति तब कुंठित होती है, जब वह शिक्षा से वंचित की जाती है, कुप्रथाओं से कुचली जाती है, लेकिन जब वही मातृशक्ति अपने तेज को पहचान लेती है, तब मातृशक्ति से ही छत्रपति शिवाजी जैसे वीर पुत्र पैदा होते हैं।

कपिल मिश्रा ने यह भी कहा कि जैसे मां दुर्गा ने महिषासुर, चंड-मुंड और रक्तबीज का विनाश किया था, वैसे ही आतंकवादियों का विनाश भारत की नारी-शक्ति करेगी।

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(Udaipur Kiran) / धीरेन्द्र यादव