
शिलांग, 16 नवंबर (Udaipur Kiran) । जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में दूसरे दिन के शिलांग चेरी ब्लॉसम म्यूजिक एंड आर्ट्स फेस्टिवल के दौरान रविवार काे हजारों लोगों ने एक जुटकर हाेकर असम और पूर्वोत्तर के संगीत की पहचान बने जुबिन गर्ग को याद किया। हाल ही में हुए उनके निधन से पूर्वोत्तर के क्षेत्रीय संगीत जगत में गहरा शून्य छोड़ दिया है।
जुबली बरुवा, प्रवीन बोरा, प्रियंका भराली और अरूपज्योति बरुवा ने ‘मायाबिनी’ की मार्मिक प्रस्तुति देकर पूरा माहौल भावनाओं से भर दिया। दर्शकों के सामूहिक स्वर में गाया गया यह गीत शाम का सबसे संवेदनशील क्षण बन गया, जो गर्ग की स्थायी कलात्मक छाप को फिर से याद दिलाता रहा।
आयोजकों ने बताया कि श्रद्धांजलि से पहले शिलांग की कलाकार मेबा ओफिलिया, जापान के प्रसिद्ध ड्रम ताओ समूह और डीजे कैनेडी की प्रस्तुतियों से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय कलाकारों ने मंच संभाला – डेनमार्क के पॉप बैंड एक्वा ने ‘बार्बी गर्ल’ जैसे लोकप्रिय गीतों से पुरानी यादें ताजा कीं, वहीं अमेरिकी रैपर टाइगा ने ‘स्विश’ और ‘डिप’ जैसे हिट ट्रैक पर दर्शकों में जोश भर दिया। अंत में तीन बार ग्रैमी विजेता डिप्लो ने अपनी ऊर्जा से भरपूर इलेक्ट्रॉनिक फ्लो से रात को खास अंदाज़ में समाप्त किया।
उल्लेखनीय है कि, दो दिवसीय उत्सव की शुरुआत 14 नवंबर को मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा ने की थी। उन्होंने सरकार की इस प्रतिबद्धता को दोहराया कि फेस्टिवल को एक समग्र सांस्कृतिक मंच के रूप में विकसित किया जाएगा। पहले दिन बॉलीवुड कलाकार नोरा फतेही, आयरिश रॉक बैंड द स्क्रिप्ट और अमेरिकी पॉप स्टार जैसन डेरुलो ने मंच सजाया। डेरुलो के ‘सेवेज लव’ पर सिंक्रोनाइज़्ड एलईडी रिस्टबैंडों से रोशन स्टेडियम विशेष आकर्षण बना।
मुख्य मंच से अलग वॉर्ड्स लेक स्थित जापान एरीना में पारंपरिक किमोनो अनुभव और जापानी कला प्रदर्शनी ने आगंतुकों को आकर्षित किया। साथ ही कॉस्प्ले, कला प्रतिष्ठान, विविध फूड स्टॉल और स्थानीय हस्तशिल्प स्टॉलों ने फेस्टिवल को बहुआयामी सांस्कृतिक रूप दिया।
हर वर्ष के साथ यह आयोजन मेघालय को भारत की बढ़ती कॉन्सर्ट अर्थव्यवस्था में मजबूत स्थान दिलाता जा रहा है। अकॉन, क्लीन बैंडिट, बोनी एम, रोनन कीटिंग और नी-यो जैसे वैश्विक कलाकारों की पूर्व प्रस्तुतियों के साथ-साथ मेघालय ग्रासरूट्स म्यूजिक प्रोजेक्ट नए स्थानीय कलाकारों को मंच देने का कार्य भी जारी रखता है।
अंतरराष्ट्रीय सितारों और क्षेत्रीय प्रतिभाओं का यह संगम शिलांग चेरी ब्लॉसम फेस्टिवल को पर्यटन और रोजगार का महत्वपूर्ण स्तंभ बना रहा है, जो हर नवंबर देश-विदेश के आगंतुकों को पूर्वोत्तर के इस खूबसूरत शहर की ओर आकर्षित करता है।
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(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश