Assam

असम में राज्य स्तरीय राष्ट्रीय प्रेस दिवस का सफल कार्यक्रम

असम में राज्य स्तरीय राष्ट्रीय प्रेस दिवस के समारोह में मंचस्थ गण्यमान्यों की तस्वीर।

गुवाहाटी, 16 नवम्बर (Udaipur Kiran) । असम सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय की ओर से रविवार को दिसपुर स्थित पीडब्ल्यूडी कन्वेंशन सेंटर में राज्य स्तरीय राष्ट्रीय प्रेस दिवस-2025 का आयोजन किया गया।

राष्ट्रीय प्रेस दिवस हर वर्ष प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया की स्थापना के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य स्वतंत्र, निष्पक्ष और जवाबदेह प्रेस की भूमिका को सम्मान देना है। इस वर्ष की थीम “बढ़ती भ्रामक सूचनाओं के बीच प्रेस की विश्वसनीयता की रक्षा” है, जो आज के मीडिया परिदृश्य में सत्यापन, नैतिक रिपोर्टिंग और जनविश्वास की अत्यधिक आवश्यकता को रेखांकित करती है।

सूचना एवं जनसंपर्क तथा प्रिंटिंग एवं स्टेशनरी विभाग के आयुक्त एवं सचिव कुमार पद्मपाणि बोरा ने प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के 16 नवम्बर, 1966 को स्थापित होने के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह दिवस प्रेस की स्वतंत्रता और जवाबदेही के प्रति संकल्प को पुनः सुदृढ़ करता है। उन्होंने कहा कि असम के मीडिया की जिम्मेदारी है कि वह सत्य, शुद्धता और नैतिकता को सर्वोपरि रखे। उन्होंने विश्वास दिलाया कि असम सरकार पारदर्शिता और मीडिया के साथ रचनात्मक संवाद के प्रति प्रतिबद्ध है।

इस मौके पर श्रीमंत शंकरदेव यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के कुलपति प्रोफेसर डॉ. ध्रुवज्योति बोरा ने कहा कि पूंजी-चालित वैश्विक परिवेश में कॉर्पोरेट हित स्रोतों, संसाधनों और विकास की दिशा को प्रभावित करने का प्रयास करते हैं, जिससे भाषा, संस्कृति और पहचान पर भी प्रभाव पड़ता है। ऐसे समय में मीडिया की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है कि वह विश्वसनीयता को बनाए रखते हुए किसी भी प्रकार की मनोवैज्ञानिक या व्यावसायिक दबाव से ऊपर उठकर समाज को तथ्यात्मक जानकारी उपलब्ध कराए।

एक पत्रिका के संपादक प्रदीप बरुवा ने कहा कि प्रेस की विश्वसनीयता की रक्षा नैतिक पत्रकारिता के प्रति अविचल प्रतिबद्धता से ही संभव है। सनसनीखेज समाचार न केवल जनता को भ्रमित करते हैं, बल्कि मीडिया पर से विश्वास भी कमजोर करते हैं, जो वर्तमान भ्रामक सूचनाओं के दौर में एक गंभीर चुनौती है।

महिला एवं बाल विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मुकेश चंद्र साहू ने कहा कि गलत सूचनाओं के बढ़ते दायरे में मीडिया को और अधिक सतर्कता तथा जिम्मेदारी के साथ काम करना चाहिए। प्रेस की विश्वसनीयता कठोर सत्यापन और सत्यनिष्ठ प्रतिबद्धता से ही कायम रहती है।

कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार दिलीप चंदन और भूपेन्द्र कुमार भट्टाचार्य सहित कॉटन यूनिवर्सिटी, गुवाहाटी यूनिवर्सिटी, रॉयल ग्लोबल यूनिवर्सिटी और डाउनटाउन यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी भी उपस्थित थे।

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(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश