Uttar Pradesh

बच्चों को संस्कारवान बनाएं व मोबाइल की संस्कृति से दूर रखें : दिनेश शर्मा

बीएनएसडी इंटर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रसूति पत्र के साथ छात्रों व पूर्व मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा का छायाचित्र
कार्यक्रम के दौरान मंच से संबोधित करते पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा व अन्य का छायाचित्र

कानपुर, 15 नवम्बर (Udaipur Kiran) । आज देश के बदलते परिवेश में संस्कारों की महती आवश्यकता है। हमारे संस्कार हमारी सनातन संस्कृति की पहचान रहे हैं। अभिभावकों को चाहिए कि वे बच्चों को संस्कारवान बनाएं व मोबाइल की संस्कृति से दूर रखें। बच्चों को महापुरुषों की कहानियां सुनाना चाहिए। बच्चों के सामने खुद संस्कावान बनकर संस्कारों का उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए। भारत की संस्कृति दर्शन है, पाश्चात्य संस्कृति प्रदर्शन है। बच्चों को पाश्चात्य संस्कृति से बचाकर रखना होगा। यह बातें शनिवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कही।

बैरिस्टर नरेन्द्र जीत सिंह की पावन स्मृति में बीएनएसडी शिक्षा निकेतन इण्टर कॉलेज, बेनाझाबर में वार्षिकोत्सव पुनर्नवा-सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पूर्व उपमुख्यमंत्री, सांसद-राज्य सभा दिनेश शर्मा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने विद्यालय के छात्रों को उनके उज्ज्वल भविष्य को लेकर कामना भी की।

इसके अलावा पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर भव्य कार्यक्रम आयोजित जनजाति गौरव दिवस एवं भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जन्म जयंती के अवसर पर भाजपा कानपुर उत्तर जिले द्वारा रावतपुर गांव स्थित बिरसा मुंडा छात्रावास में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान उन्होंने बिरसा मुंडा के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया।

उन्होंने जनजाति गौरव दिवस पर अपने सम्बोधन में कहा कि बिरसा मुंडा ने न केवल आदिवासी समाज, बल्कि पूरे भारत की रक्षा के लिए संघर्ष किया। अंग्रेजों ने छलपूर्वक जहर देकर उनकी हत्या की, लेकिन उनका बलिदान आज भी राष्ट्र को प्रेरित करता है। उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिरसा मुंडा के जन्मदिवस को जनजाति गौरव दिवस घोषित कर देश-भर में आदिवासी गौरव और इतिहास को सम्मान देने का ऐतिहासिक कार्य किया है। डॉ. शर्मा ने यह भी उल्लेख किया कि देश के सर्वोच्च पद पर आदिवासी समाज से आने वाली द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाकर भाजपा ने आदिवासी समाज के सम्मान और सशक्तिकरण को नई दिशा दी है।

उन्होंने छात्रावास में अध्ययनरत नगालैंड, मेघालय, छत्तीसगढ़ और सोनभद्र से आए अनुसूचित जनजाति के प्रतिभावान छात्रों को सम्मानित कर उनका उत्साहवर्धन किया।

(Udaipur Kiran) / रोहित कश्यप