Assam

कोकराझाड़ में जनजातीय गौरव दिवस आयोजित

कोकराझार में जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया।
कोकराझार में जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया।
कोकराझार में जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया।

कोकराझाड़ (असम), 15 नवम्बर (Udaipur Kiran) । कोकराझाड़ जिला प्रशासन द्वारा आज प्रगतिभवन, कोकराझाड़ में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित राष्ट्रव्यापी जनजातीय गौरव दिवस समारोह मनाया गया गया। कार्यक्रम में बीटीसी के ईएम प्रकाश बसुमतारी, बीटीसी एमसीएलए विल्सन हसदा, जिला आयुक्त मचंदा एम. पार्टिन, एडीसी कविता डेका, केएमबी चेयरमैन बिष्णु प्रसाद नार्जारी, असम गौरव सम्मान प्राप्त बरलांगफा नार्जारी सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत भगवान बिरसा मुंडा के चित्र तथा रूपनाथ ब्रह्म की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई।

सभा को संबोधित करते हुए ईएम प्रकाश बसुमतारी ने भगवान बिरसा मुंडा की विरासत का सम्मान करने के महत्व पर प्रकाश डाला और जनजातीय पहचान, सामाजिक-सांस्कृतिक धरोहर तथा सामूहिक प्रगति को सशक्त बनाने हेतु उठाए जा रहे विभिन्न पहलों का उल्लेख किया।

स्वागत भाषण देते हुए जिला आयुक्त पर्टिन ने भारत की स्वतंत्रता संग्राम में भगवान बिरसा मुंडा के अमूल्य योगदान को रेखांकित किया और भारत सरकार द्वारा उनकी जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने की पहल की सराहना की। डीसी ने जनजातीय समुदायों के सशक्तिकरण हेतु गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, आवश्यक सुविधाओं और सतत आजीविका के अवसरों को और अधिक सुदृढ़ करने की आवश्यकता पर बल दिया।

कार्यक्रम के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले जनजातीय उद्यमियों को सम्मानित किया गया, जिनमें धीराश्री बोरो (राज्य हथकरघा पुरस्कार 2025), कनिका ब्रह्म (हथकरघा एवं वस्त्र), हामेन बसुमतारी (कृषि), फ्विशाली बसुमातारी (एएसआरएलएम) और निजिरा ब्रह्म (एनयूएलएम) शामिल हैं।

इसके अलावा विभागीय स्टॉलों का औपचारिक उद्घाटन भी किया गया, जिनमें एएसआरएलएम के चार स्टॉल, एनयूएलएम के तीन स्टॉल, हथकरघा एवं वस्त्र विभाग का एक स्टॉल, कृषि विभाग के अंतर्गत एफपीसी द्वारा एक ऑर्गेनिक कृषि उत्पाद स्टॉल, आधार एवं एमबीयू सेवा स्टॉल तथा हीमोग्लोबिन जांच, एससीडी स्क्रीनिंग, एबीएचए आईडी जनरेशन और आयुष्मान कार्ड सेवाओं वाली स्वास्थ्य शिविर शामिल थे।

कार्यक्रम में बोड़ो और राभा नृत्य प्रस्तुतियों ने विशेष आकर्षण पैदा किया। बोड़ोलैड कल्चरल सेंटर तथा बेलगुड़ी कोचा राभा मंचम क्रिस्टी ग्रुप द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने क्षेत्र की समृद्ध जनजातीय विरासत को सुंदर रूप में प्रदर्शित किया।

(Udaipur Kiran) / किशोर मिश्रा